
सूत्रों के अनुसार 3 अप्रैल को घर पर हुए झगड़े में परिवार वालों ने डायल 112 पर की थी शिकायत, पुलिस अतुल को ले गई थी थाने
थाने से अतुल को उसके परिवार के कहने पर पुनीत और मो . नईम हस्ताक्षर कर लाए थे छुड़ाकर
पुलिस सावधानी से कर रही हर पहलू की जांच, सस्ती लोकप्रियता की खातिर सियासी रोटियां सेंक रहे संगठन सामाजिक ताने बाने के लिए खतरा
रायबरेली। सरेनी थाने के मौनी मोहल्ला के रहने वाले अतुल तिवारी उर्फ गुड्डन पुत्र राजेंद्र कुमार तिवारी की मौत सिर पर चोट लगने से हुई थी।पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हो गया है।रविवार को पुलिस सुरक्षा में अतुल के शव का गेगासो श्मशान घाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया।दूसरी ओर आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमों के लगातार सक्रिय होने की बात तो जरूर कर रही है लेकिन अभी पुलिस घटना के हर एक पहलू पर गंभीरता से विचार कर रही है कि कोई निर्दोष फंसे भी न और कसूरवार को सजा भी मिले और यही वजह है कि आरोपी पुलिस की गिरफ्त से कोसों दूर हैं। सूत्रों के हवाले से नाम न छापने की शर्त पर लोगों ने बताया कि अतुल शराब के नशे में परिवार और पत्नी से झगड़ा करता था जिससे पत्नी अलग लालगंज में रहने लगी थी।घटना के पूर्व 3अप्रैल को भी अतुल का परिवार में झगड़ा हुआ था जिस पर घर वालों ने डॉयल 112 पर फोन कर पुलिस बुलाई और पुलिस थाने ले गई।बाद में परिवार वालों के कहने पर घटना के आरोपी बनाए गए पुनीत और मो.नईम अतुल को थाने से हस्ताक्षर कर छुड़ा कर लाए थे। उसके बाद घटना वाली रात अतुल का फिर शराब के नशे में पड़ोसी से विवाद हुआ और गाली गलौज के बाद घर जाने के बाद घटनाक्रम किस तरह से मोड लिया क्या क्या घटनाएं हुईं…यह गंभीर जांच का विषय है। वहीं दूसरी ओर अतुल के परिवार वालों का कहना है किथाना क्षेत्र के मौनी मोहल्ला सरेनी गांव के रहने वाले अतुल तिवारी उर्फ गुड्डन उम्र 42 वर्ष पुत्र राजेंद्र तिवारी का पड़ोस के अजय वर्मा से नाली को लेकर विवाद था।बीते शनिवार को अतुल ने अजय से कहा कि नाली की सफाई करवा दीजिए मेरे घर में पानी भर जाता है।इतना कहकर वह वीडियो बनाने लगा तभी अजय वर्मा,पुनीत सिंह,करण प्रजापति व बबुआ गुप्ता उसे घर से कुछ दूरी पर ले गए और डंडों,लोहे की सरिया व ईंटों से हमला कर दिया।आरोप है कि ट्रैक्टर की ट्रॉली से उसका सिर लड़ा दिया,इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।किसी तरह बच बचाकर अपने घर चला गया। रविवार की सुबह भोर जब अतुल के पिता राजेंद्र तिवारी छत पर बने कमरे पर पहुंचे तो देखा कि उसके शरीर में कोई हरकत नहीं हो रही है।लोगों ने देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी।राजेंद्र तिवारी का कहना है कि अतुल की रात को कब मौत हुई इसकी जानकारी सुबह हुई।इसके बाद घर में कोहराम मच गया।पिता,मां सुशीला तिवारी,बहनें वेदिका व अल्का रोने लगी और घटना की जानकारी पुलिस को दी।पुलिस ने राजेंद्र से तहरीर लेकर चारों के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश में जुट गई है।बीते रविवार शाम को पुलिस की देखरेख में अतुल के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।इस संबंध में कोतवाल शिवाकांत पांडेय का कहना है कि हेड इंजरी से अतुल की मौत हुई है,आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।गठित टीमें सक्रिय हैं गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।वहीं आए दिन पीड़ित परिवार के घर विभिन्न संगठनों के आने जाने से क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है।अब देखना अहम होगा कि पुलिस की जांच किन पहलुओं से होकर गुजरती है और किस तरह से गिरफ्तारी होती है। फिलहाल अतुल की मौत पर क्षेत्र में माहौल गर्म है और तरह तरह की चर्चाओं का बाजार भी गर्म है। सस्ती लोकप्रियता की खातिर सियासी रोटियां सेंक रहे संगठन सामाजिक ताने बाने के लिए खतरा भी बन रहे हैं।