निगोहां। लखनऊ।महाभारत कालीन इतिहास से जुड़े पवित्र अहिनवार धाम में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को लगने वाला वार्षिक धार्मिक मेला सकुशल सम्पन्न हुआ। मेले में सुबह से देर रात तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने चंद्र सरोवर में स्नान कर सर्प देवता राजा नहुष की पूजा-अर्चना की।मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। एसडीएम मोहनलालगंज पवन पटेल, एसीपी मोहनलालगंज विकास पांडेय, और एसओ निगोहां अनुज कुमार तिवारी भारी पुलिस बल के साथ पूरे दिन मेला स्थल का भ्रमण करते रहे। भीड़ नियंत्रण के लिए पीएसी, एसडीआरएफ टीम और फायर सर्विस भी तैनात रही। चंद्र सरोवर घाट पर एसडीआरएफ टीम लगातार गश्त करती नजर आई, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।मेला क्षेत्र में निगोहां कस्बे से लेकर अहिनवार धाम तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मुख्य मार्गों पर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई गई थी, फिर भी कुछ स्थानों पर जाम की स्थिति बनी रही। प्रशासन और स्वयंसेवकों ने मिलकर श्रद्धालुओं की आवाजाही सुचारु रूप से कराई।बताया जाता है कि अहिनवार धाम का चंद्र सरोवर धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र माना जाता है। मान्यता है कि यहीं राजा नहुष का सर्प योनि से उद्धार हुआ था। यही कारण है कि हर वर्ष नरक चतुर्दशी और कार्तिक पूर्णिमा को यहां विशाल मेला आयोजित होता है।पुजारी लखनानंद सरस्वती महाराज के अनुसार, “यह मेला सदियों पुरानी परंपरा है। यहां आस-पास के जनपदों—लखनऊ, रायबरेली, बाराबंकी, प्रतापगढ़ और उन्नाव—से हजारों श्रद्धालु आते हैं। वे चंद्र सरोवर में स्नान कर सर्प रूप में विराजमान राजा नहुष के दर्शन करते हैं। श्रद्धा और भक्ति का यह पर्व जन-जन के आस्था का प्रतीक है।मेले में धार्मिक आयोजनों के साथ-साथ ग्रामीण बाजारों में मिठाई, खिलौने, पूजा सामग्री, झूले और दुकानों की चहल-पहल रही। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों में गजब का उत्साह देखने को मिला।प्रशासन के सतर्क प्रबंधन और पुलिस की मुस्तैदी से मेला शांति व सौहार्दपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुआ।
