लखनऊ। नगराम के समेसी कस्बा में एक निजी अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही से एक महिला की मौत हो गई। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर हंगामा काटा और कई बार निगोहा-नगराम मार्ग जाम करने का प्रयास किया। उधर, नगराम पुलिस आक्रोशित ग्रामीणों को किसी तरह शांत करने का प्रयास करती रही। वही मौके पर मौजूद ग्रामीणों की मांग थी कि अस्पताल को सील कर लापरवाह डॉक्टर खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। देर शाम तक ग्रामीणों का हंगामा चलता रहा।
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कलंदर खेड़ा गांव की रहने वाली कृष्ण कुमारी के पति विनोद कुमार ने बताया की उनकी पत्नी को माहवारी की समस्या थी। जिसके लिए उन्होंने शुक्रवार को समेसी के लीलावती अस्पताल में डॉक्टर को दिखाया जहां डॉक्टरों ने पांच माह का बच्चा होने का हवाला देते हुए बच्चा खराब होने की बात की और बच्चेदानी में संक्रमण होने की बात कहते हुए अस्पताल में भर्ती कर ऑपरेशन करने को कहा। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि शनिवार को बच्चेदानी की सफाईके बाद कृष्ण कुमारी की तबीयत बिगड़ने लगी। जब तबीयत ज्यादा बिगड़ गई तो अस्पताल के डॉक्टरों ने अपना पल्ला झाड़ने हुए हाथ खड़े कर दिए और किसी दूसरे अस्पताल में दिखाने की बात करने लगे । इसके बाद परिवारीजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे की सूचना पर नगराम पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह परिजनों को शांत कराकर उपचार के लिए महिला को मोहनलालगंज के लिए भेजा लेकिन रास्ते में ही इस महिला की मौत हो गई । महिला की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने अस्पताल सामने शव की गाड़ी को रोड पर लगाकर निगोहा -नगराम मार्ग को जाम करने का प्रयास करने लगे और जमकर अस्पताल के खिलाफ हंगामा और नारेबाजी करने लगे। हंगामा की सूचना पर भारी मात्रा में नगराम पुलिस बल, निगोहां व मोहनलालगंज पुलिस मौके पर पहुंची और उत्तेजित ग्रामीणों तथा पारिवारिक जनों को शांत करने का प्रयास किया इस दौरान ग्रामीणों ने मार्ग पर लेटकर जाम करने का प्रयास करने लगे पुलिस ने किसी तरह सड़क से हटाया, ग्रामीण की मांग थी कि तत्काल लापरवाह डॉक्टर पर मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी हो और इस अस्पताल को सील किया जाए। वही हंगामा के बाद अस्पताल के डॉक्टरों सहित पूरी टीम मौके से भाग निकली जबकि अस्पताल उपस्थित मरीजों को इलाज के लिए दूसरे अस्पतालों में कराया गया मौके पर पहुंची सीएचसी अध्यक्षिका द्वारा हॉस्पिटल की जांच की गई और अस्पताल को बंद करवा दिया और बताया कि जब तक जांच नहीं पूरी होती यहां पर डॉक्टर द्वारा मरीजों को देखा नहीं जाएगा। देर रात इंस्पेक्टर मोहनलालगंज इंस्पेक्टर निगोहा द्वारा समझाने के बाद परिजन शांत हुए जिसके बाद पंचनामा भर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया