
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन में अमेठी जिले से बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। आधार और पैन नंबर के सॉफ्टवेयर मिलान के बाद खुलासा हुआ कि जिले में 826 महिलाएं ऐसी हैं जिनके पति कंपनियों के मालिक हैं और नियमित रूप से आयकर भरते हैं, लेकिन फिर भी वे मुफ्त राशन ले रही हैं।पूर्ति विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सत्यापन के बाद अपात्र कार्डधारकों को योजना से बाहर किया जाएगा और वास्तविक पात्र परिवारों को इसका लाभ मिलेगा।जांच में सामने आए चौंकाने वाले तथ्य847 लोगों के पास 5 एकड़ से अधिक जमीन12,455 लोगों की सालाना आय दो लाख से ज्यादा476 की आय तीन लाख से ऊपर56 व्यवसायियों का टर्नओवर 25 लाख से अधिक1,619 लोग मोटरसाइकिल के मालिककेंद्र सरकार ने ब्लॉकवार संदिग्धों की सूची जिला पूर्ति विभाग को भेज दी है।डुप्लीकेट और निष्क्रिय कार्ड भी मिले3,301 लोगों के पास डुप्लीकेट राशनकार्ड1,779 लोग ऐसे, जिन्होंने एक साल में एक बार भी राशन नहीं लियाइन सभी को संदिग्ध मानते हुए शासन ने सत्यापन के आदेश दिए हैं।अमेठी का राशनकार्ड आंकड़ाकुल कार्डधारक – 3,45,786अंत्योदय कार्डधारक – 69,959पात्र गृहस्थी कार्डधारक – 2,75,827कुल यूनिट – 14,22,310जिला पूर्ति अधिकारी शशिकांत सेन ने बताया कि शासन से मिली लिस्ट के आधार पर घर-घर जांच की जा रही है। गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित कार्ड निरस्त किए जाएंगे।