मोहनलालगंज। लखनऊ,
हार–जीत के दांव पर होने वाली पतंगबाजी अब लोगों की जान पर भारी पड़ने लगी है। सोमवार को लापरवाही की यह कीमत एक अधिवक्ता को गले पर गहरे घाव के रूप में चुकानी पड़ी। शहीद पथ से नई जेल रोड की ओर जा रहे गाजीपुर लेखराज मारुति पुरम निवासी अधिवक्ता अविनाश कुमार सिंह सहियागोझ के पास पहुंचे ही थे कि अचानक सड़क किनारे पतंग उड़ा रहे युवकों के मांझे ने उनका गला चीर दिया। हादसे के बाद वहां मौजूद लोगों ने तुरंत उन्हें एपेक्स ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया।
घटना की खबर क्षेत्र में फैलते ही पुलिस हरकत में आई और पतंगबाजी कर रहे सात युवकों को पकड़कर खुजौली चौकी ले जाया गया। उधर, हिरासत की जानकारी मिलते ही ग्रामीण बड़ी संख्या में चौकी पर जमा हो गए, जिससे कुछ देर के लिए तनाव का माहौल बन गया। बाद में पुलिस ने भीड़ को समझाकर शांत कराया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कई दिनों से नई जेल रोड और सेंवई रोड के पास खाली पड़ी जमीनों पर पतंगबाजों का जमावड़ा लगता है। यहां हार–जीत के दांव भी लगाए जाते हैं और कई लोग लग्जरी गाड़ियों से आकर दिनभर पतंगबाजी में मशगूल रहते हैं। पास ही कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय तथा खुजौली बाजार होने के कारण यहां आमजन का लगातार आवागमन रहता है। ऐसे में मांझे से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन पुलिस शिकायतों के बावजूद मूकदर्शक बनी हुई है।
इंस्पेक्टर डी.के. सिंह ने बताया कि फिलहाल पीड़ित की ओर से कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि चौकी से कुछ दूरी पर ही रोजाना बड़ी संख्या में पतंगबाज सक्रिय रहते हैं, फिर भी पुलिस की अनदेखी के चलते खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। लोग प्रशासन से जल्द कड़े कदम उठाने की मांग कर रहे हैं ताकि हादसों पर रोक लग सके।
