लखनऊ। आमजन को राहत देने के उद्देश्य से सरकार द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी योजना को जनता तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भले ही लेसा अधिकारियों को सौंपी गई हो, लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट दिखाई दे रही है। योजना के पहले ही दिन मोहनलालगंज के न्यू पावर हाउस पर व्यवस्था पूरी तरह ढीली नजर आई।उपभोक्ताओं के मुताबिक पावर हाउस पर केवल योजना का एक बैनर टंगा मिला, पर लाभ दिलाने के लिए न कोई काउंटर बनाया गया था और न ही कोई कर्मचारी मौजूद था। ऐसे में लाभ लेने आए लोगों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ा।लोगों ने सवाल उठाया कि जब अधिकारी ही मौके पर मौजूद नहीं हैं और व्यवस्था भी नहीं की गई है, तो योजना का वास्तविक लाभ आम जनता तक आखिर कैसे पहुंचेगा।वहीं दूसरी ओर, जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा न तो योजना का कोई प्रचार-प्रसार कराया गया और न ही क्षेत्र में कोई सूचना प्रसारित की गई। इससे साफ होता है कि कागजों पर भले योजनाएं चल रही हों, पर जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन की तस्वीर अभी भी चिंताजनक है। उपभोक्ताओं ने शासन व उच्चाधिकारियों से योजना के प्रभावी संचालन और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
