कब्जा माँगने पर परिवार को दी गई गालियाँ और जान से मारने की धमकी
लखनऊ। मोहनलालगंज में जमीन खरीदने के नाम पर गंभीर अनियमितता और धमकी देने का मामला सामने आया है। गोरखपुर निवासी त्रियुगी नाथ द्विवेदी विवेकपुरम, तारामंडल थाना रामगढ़ताल गोरखपुर ने आरोप लगाया है कि वर्ष 2018 में मोहनलालगंज स्थित 1800 वर्गफुट के प्लाट की रजिस्ट्री पूरी राशि भुगतान के बाद उनके नाम पर कराए जाने के बावजूद आज तक कब्जा नहीं दिया गया।पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।पीड़ित के अनुसार, वेद प्रकाश द्विवेदी निवासी गंगाजीपुरम कॉलोनी रायबरेली रोड लखनऊ द्वारा प्लाट खरीदने के लिए प्रेरित किया गया था। इसी दौरान उनकी पहचान प्रमोद कुमार उपाध्याय एवं विनोद कुमार उपाध्याय से कराई गई। प्रमोद उपाध्याय ने स्वयं को एच.के. इंफ्राविजन प्रा. लि. का अधिकृत विक्रेता बताते हुए प्लाट दिखाया और प्लाट का चार्ट व नक्शा भी उपलब्ध कराया।पीड़ित के मुताबिक, ₹5000 नकद बुकिंग राशि देने के बाद 17 दिसंबर 2018 को रजिस्ट्री हेतु 3 चेक क्रमांक 134141 (₹9,00,000), 134142 (₹5,35,000) और 134143 (₹1,10,000) मिलाकर कुल राशि ₹15,45,000 प्रमोद उपाध्याय के सुपुर्द किए गए। उसी दिन उपनिबंधक कार्यालय मोहनलालगंज में पीड़ित की पत्नी नीलम द्विवेदी के नाम प्लाट की रजिस्ट्री कर दी गई।पीड़ित का आरोप है कि रजिस्ट्री के बाद लगातार अनुरोधों के बावजूद प्लाट का कब्जा नहीं दिया गया। फ़ोन करने पर प्रमोद उपाध्याय कभी बीमार होने, कभी व्यस्तता के नाम पर टालमटोल करते रहे और अधिकतर फोन स्विच ऑफ रहता था।मार्च 2025 में जब पीड़ित को कब्जा दिलाने के नाम पर कान्हा उपवन कार्यालय मोहनलालगंज बुलाया गया, तो वहाँ प्रमोद उपाध्याय, विनोद उपाध्याय सहित 5–6 अन्य लोग मौजूद मिले। पीड़ित के मुताबिक कब्जा माँगने पर सभी आरोपियों ने गाली-गलौच शुरू कर दी और जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि “तुम्हें कोई कब्जा नहीं मिलेगा, यहाँ से भाग जाओ।”पीड़ित परिवार का आरोप है कि लगभग सात वर्ष बीतने के बावजूद प्लाट पर कब्जा नहीं दिया गया।
