मोहनलालगंज। लखनऊ।मोहनलालगंज थाना क्षेत्र में अधिवक्ता के साथ हुए मांझा हादसे के बाद पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए कार्रवाई तेज कर दी है। खुजौली चौकी के पास गंगाखेड़ा गांव में हुई इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे। मामला सुर्खियों में आते ही पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए आधा दर्जन पतंगबाजों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं घटनास्थल से मिले छह मांझों को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है।गौरतलब है कि सोमवार को नीलमथा रोड पर गंगाखेड़ा के निकट अधिवक्ता अविनाश कुमार सिंह पतंग के मांझे में उलझकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घटना सामने आते ही अधिकारियों ने कड़ी फटकार लगाई, जिसके बाद देर रात पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए मोहम्मद सैफ, इमराज मिर्जा, दानिश, मोहम्मद शाकिब, मृदुल शुक्ला और फराज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने सभी से पूछताछ भी शुरू कर दी है।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी आगामी जिला स्तरीय पतंगबाजी प्रतियोगिता के लिए तैयारी कर रहे थे और अभ्यास के दौरान यह हादसा हो गया।थानाध्यक्ष डीके सिंह के अनुसार,मौके से बरामद मांझों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट से यह स्पष्ट होगा कि कहीं इनका इस्तेमाल अवैध या प्रतिबंधित श्रेणी के मांझे के रूप में तो नहीं किया गया।पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई के बाद क्षेत्र में शहर से आकर पतंगबाजी करने वाले शौकीनों में खौफ का माहौल है। वहीं लगातार बढ़ रही मांझा दुर्घटनाओं से चिंतित राहगीरों ने राहत की सांस ली है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि इसी तरह कार्रवाई होती रही तो हादसों पर प्रभावी रोक लगेगी।
