मोहनलालगंज। लखनऊ।विकासखण्ड मोहनलालगंज में प्रांतीय कार्यकारिणी के आह्वान पर ग्राम पंचायत सचिवों द्वारा ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली लागू किए जाने तथा मूल विभागीय कार्यों के अतिरिक्त अन्य विभागों के कार्य कराए जाने के विरोध में शुरू किया गया सांकेतिक एवं शांतिपूर्ण सत्याग्रह आंदोलन लगातार जारी है। सचिवों का कहना है कि यह आंदोलन पूरी तरह लोकतांत्रिक और अनुशासित तरीके से किया जा रहा है।ग्राम पंचायत सचिवों ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर पूर्व में दिनांक 05 दिसंबर 2025 को संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन प्रेषित किया गया था, जिसमें आंदोलन के बिंदु संख्या 01 से 05 तक के परिपालन की मांग की गई थी। बावजूद इसके 15 दिसंबर 2025 तक शासन-प्रशासन की ओर से किसी भी मांग पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया, जिससे सचिवों में गहरा असंतोष व्याप्त है।मांगों की अनदेखी से आक्रोशित ग्राम पंचायत सचिवों ने सोमवार को सामूहिक रूप से एक और कदम उठाते हुए अपने-अपने डीएससी/डोंगल संबंधित कार्यालय में जमा कर दिए। इस दौरान कुल 28 अदद डोंगल जमा किए गए। सचिवों ने स्पष्ट किया कि यह कदम किसी भी प्रकार के टकराव के उद्देश्य से नहीं, बल्कि अपनी मांगों को शासन तक प्रभावी ढंग से पहुंचाने के लिए उठाया गया है।सत्याग्रह में शामिल सचिवों ने संबंधित अधिकारियों से विनम्र अनुरोध किया कि पूर्व से सूचित इस शांतिपूर्ण आंदोलन को ध्यान में रखते हुए आंदोलन अवधि तक जमा किए गए डोंगल सुरक्षित रखे जाएं तथा पूरे प्रकरण से उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए न्यायोचित कार्रवाई के लिए पत्र प्रेषित किया जाए। सचिवों का कहना है कि जब तक उनकी न्यायोचित मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं लिया जाता, तब तक उनका आंदोलन इसी तरह शांतिपूर्ण ढंग से जारी रहेगा।ग्राम पंचायत सचिवों के इस आंदोलन से विकासखण्ड में चर्चाओं का माहौल बना हुआ है और अब सभी की निगाहें शासन-प्रशासन की आगामी कार्रवाई पर टिकी हैं।
