
लखनऊ। मोहनलालगंज में एसडीओ का रसूख लेसा अफसरों पर भारी पड़ गया। एसडीओ को हटाने के लिए सर्किल से भेजी गई चार्जशीट पर तीन माह बाद भी कोई कार्रवाई नही हो सकी। हालांकि मामला तूल पकड़ने के बाद अमौसी जोन के अफसरों ने एसडीओ को महज चार्जशीट दी है। मोहनलालगंज में तैनात उपखण्ड अधिकारी की ऊंची पहुंच इन दिनों सुर्खियों में है। जिन्हें हटाने के लिए अधीक्षण अभियन्ता के पत्र को भी अमौसी जोन प्रशासन ने ठंडे बस्ते में डाल रखा है। दरअसल विद्युत वितरण मण्डल चतुर्थ के तत्कालीन अधीक्षण अभियन्ता योगेन्द्र कुमार सिंह ने अक्टूबर में ही एसडीओ के विरुद्ध मुख्य अभियन्ता कार्यालय को आरोप पत्र भेजकर एसडीओ को जिले से बाहर करने की संस्तुति की थी। खुद अधीक्षण अभियन्ता का उन्नाव तबादला हो चुका है लेकिनतीन माह बाद भी एसडीओ मोहनलालगंज में ही डटे हुए हैं। इस बीच एसडीओ की तैनाती को तीन वर्ष बीत चुके हैं। जबकि तीन वर्ष के ही कार्यकाल का हवाला देकर पिछले एसडीओ को अफसरों ने हटाकर दूसरे डिवीजन भेज दिया गया था। एसडीओ को हटाने की चिट्ठी ठंडे बस्ते में डालने का मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अमौसी जोन में हड़कंप मचा हुआ है। आनन फानन एसडीओ को आरोप पत्र जरूर दिया गया है। लेकिन उन्हें नही हटाने के पीछे की वजह अभी भी जिम्मेदारों की भूमिका पर तमाम सवाल खड़े कर रही है।