
लखनऊ। नेशनल पी.जी.कॉलेज के भूगोल विभाग एवं पी.जी. उन सभी सेंसिंग जी के डिप्लोमा इन रिमोट सेंसिंग जीआईएस के छात्र – छात्राओं ने भूगोल विभाग के अध्यक्ष प्रोo पीके सिंह तथा सहायक आचार्या डॉ ऋतु जैन के निर्देशन में खाटूश्याम मंदिर गोमती नदी के किनारे 22 अप्रैल, विश्व पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य पर “लव योर अर्थ” पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया । कार्यक्रम मे उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सेवानिवृत्त कृष्णानंद राय तथा भूगोल विभाग के छात्र छ।त्रों ने भाग लिया तथा गोमती नदी किनारे वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर भूगोल विभाग के अध्यक्ष प्रोo पीके सिंह ने यहाँ उपस्थित लोगो को पृथ्वी के प्रति उनके दायित्वों को समझने का प्रयास बच्चों द्वारा प्रस्तुत लघु नाटक द्वारा किया ।
उन्होंने यहां एकत्रित बच्चों को बताया कि पृथ्वी दिवस एक वार्षिक आयोजन है, जिसे 22 अप्रैल को दुनिया भर में पर्यावरण संरक्षण के समर्थन में आयोजित किया जाता है। साल 1970 से प्रारम्भ हुए इस दिवस को आज लगभग पूरी दुनिया में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि नौनिहाल ही हमारा भविष्य हैं, इसलिए इनको पृथ्वी और पर्यावरण संरक्षण के लिए अभी से जागरुक करना जरूरी है जो की एक्टीविटी बेस्ड एजुकेशन के द्वारा ही संभव है क्योंकि इससे ही बच्चों को पर्यावरण के संवर्धन के महत्व को आसानी से ना केवल समझाया जा सकता है वरन उन्हें पर्यावरण के प्रति सजग कर उनका समग्र विकास भी हो सकेगा।
डॉ ऋतु जैन ने बच्चों को वन टाइम पॉलिथीन के प्रयोग को पूर्ण बंद करने को कहा क्योंकि 12 मिनट के लिए जिस पॉलिथीन का प्रयोग हम करते हैं वह हमारे
पर्यावरण में 500 साल तक रहकर न केवल पर्यावरण अपितु पृथ्वी के सभी जीवों के लिए खतरा उत्पन्न कर देती है । इस अवसर पर कृष्णानंद , भोजपुरी कवि ने अपनी रचना के माध्यम से लोगों को जागरूक किया ‘पेड़ न बचाओगे तो जीवन कैसे पाओगे, पेड़ जो बचोगे तो हर मौसम ऑक्सीजन तुम पाओगे’।
ये संपूर्ण कार्यकर्म दो दिवसीय था जिसके दूसरे दिन नेशनल पीजी कॉलेज की सहायक आचार्या डॉ ऋतु जैन ने लखनऊ के गऊ घाट को आदर्श घाट बनाने के उद्देश्य से पिछले 47 हफ्ते से लोक भारती के निरंतर प्रयासरत कार्यक्रम नदी सफाई अभियान में भाग लिया तथा प्रांगण में पीपल के पौधे का रोपण करने के साथ-साथ प्लास्टिक कचरा न करने तथा नदियों एवं जल स्रोतों को बचाने का भी संकल्प लोक भारती के कार्यकर्ताओं के साथ लिया ।