निगोहां। लखनऊ,मोहनलालगंज विकास खण्ड के उतरावां गांव में मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना के तहत रजिस्टर्ड गौशालाओं को मिलने वाला भुगतान लंबे समय से लंबित चल रहा है। भुगतान न मिलने से गौ पालकों के सामने गंभीर आर्थिक संकट खड़ा हो गया है, वहीं गौवंश के भरण-पोषण पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है।उतरावां गांव निवासी गौ पालक हरी प्रताप सिंह ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर लंबित भुगतान जल्द दिलाए जाने की मांग की है। शिकायती पत्र में उन्होंने बताया कि उनका गौ आश्रम अक्टूबर 2019 में उक्त योजना के अंतर्गत विधिवत रजिस्टर्ड किया गया था। इसके बावजूद नवंबर 2024 से अब तक रजिस्टर्ड गायों का भुगतान नहीं किया गया है।हरी प्रताप सिंह का कहना है कि लगातार भुगतान न मिलने से चारे, दवाइयों, देखरेख और अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि केवल उनका ही नहीं, बल्कि क्षेत्र के कई अन्य गौ पालक भी वर्ष 2024 से भुगतान से वंचित हैं, जिससे सभी गौ पालकों में गहरी नाराजगी व्याप्त है।गौ पालकों का कहना है कि सरकार द्वारा गोवंश संरक्षण के लिए चलाई जा रही योजना सराहनीय है, लेकिन समय पर भुगतान न होने से योजना का उद्देश्य ही प्रभावित हो रहा है। यदि शीघ्र भुगतान नहीं कराया गया तो गौवंश के संरक्षण और पालन-पोषण में गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।मामले को लेकर गौ पालकों ने प्रशासन से जल्द से जल्द भुगतान कराए जाने की मांग की है, ताकि गौवंश की उचित देखभाल सुनिश्चित की जा सके और गौ पालकों को आर्थिक राहत मिल सके।
