
…नगराम के अचलीखेड़ा गांव में हुई मजदूर की मौत का मामला…
निगोहां। नगराम के अचलीखेड़ा गांव में मजदूर की हुई मौत के मामलें में मजदूर के हत्यारों को पकड़ने में नगराम पुलिस नाकाम रही। हलांकि पुलिस का दावा है कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए कई टीमें गठित की गयी है। संभावित जगहों पर दबिश दी जा रही है लेंकिन अभी तक पुलिस को पुलिस को कोई सफलता नही मिली है। उधर, पीएम होने के बाद जब शव गांव पहुंचा तो पुलिस की मुश्तैदी में मजदूर का अंतिम संस्कार किया गया। नगराम पुलिस के मुताबिक पीएम रिपोर्ट में मजदूर की गर्दन सहित शरीर कई जगह अंदुरुनी चोट के निशान पाए गए।
ध्यान रहे कि, नगराम के अचंलीखेड़ा गांव की गीता के मुताबिक बीती 11 जुलाई की दोपहर उनके पति परवेश अचलीखेड़ा-करोरा मार्ग पर मरणासन्न हालत में घायल पड़े मिले थे। जिन्हे इलाज के लिए वह निजी अस्पताल लेकर गयी थी। घटना के पांच दिन बाद पति परवेश को होश आया तो उन्होने बताया था कि, वह अपनी जमीन की बिक्री का बकाया पैसा मगांने सुधीर सिहं उर्फ टईया निवासी अचलीखेड़ा से बकाया पैसा मंगाने गया था। जहां पर मौजूद उसके पिता ओम प्रकाश,सर्वेश कुमार वर्मा,शेर खान के साथ मिलकर उसकी ईट से पिटाई के बाद गर्दन पर पैर रखकर मोड़ दिया था और बेहोश होने पर उसे मरा समझकर रास्ते पर फेककर फरार हो गये थे। पति के आपबीती बताने के बाद पत्नी गीता ने 23जुलाई को नगराम थाने पहुंचकर पुलिस से पूरे मामले की लिखित शिकायत कर कार्यवाही की मांग की थी लेकिन लापरवाह बनी नगराम पुलिस बिना जांच किये ही अत्यधिक शराब पीने के चलते गिरकर घायल होने का राग अलापने लगी। जब कि पीड़ित पत्नी हाथ जोड़कर आरोपियों पर कार्यवाही की मांग की थी।लेकिन पुलिस ने आरोपियों पर मुकदमा नही दर्ज किया था। वही, जब इस मामले में रविवार को पीड़ित महिला ने डिप्टी सीएम
सीएम केशव प्रसाद मौर्य से शिकायत की तो उन्होने नगराम पुलिस को मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही के निर्देश दियें थे।घायल पति को साथ लेकर कार्यवाही के लिये नगराम थाने पहुंची तहरीर दी ही थी कि पति की हालात बिगड़ गई सीएचसी लेकर पहुंचने पर इमरजेंसी में मौजूद डाक्टर ने पति को मृत घोषित कर दिया था। उधर,सोमवार को पीएम के बाद जब शव पैतृक गांव अचलीखेडा पहुंचा तो पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया। इंस्पेक्टर के मुताबिक पीएम रिपोर्ट में गर्दन सहित शरीर कई जगह अंदुरुनी चोट के निशान पाए गए।
परिवारीजनों ने दरोगा पर लगाये आरोप……..
अंतिम संस्कार के दौरान मौके पर मौजूद इंस्पेक्टर समेत अन्य पुलिस कर्मियों से मृतक परिवारीजनों ने थाने के हल्का दरोगा को हटाए जाने की मांग की। उनका आरोप था कि उक्त दरोगा आरोपियों से मिले हुए है उन्होंने ने ही आरोपियों को भगवा दिया।