
चोरी छिपे जेसीबी से गौ वंश शव दफनाने का भी किया प्रयास
प्रधान व सचिव पर लापरवाही का आरोप
ग्रामीणों में रोष को देखते हुए तैनात की गयी पुलिस, ग्राम प्रधान व सचिव पर लापरवाही का आरोप
लखनऊ। नगराम के कमालपुर गांव के बाहर स्थित गौ आश्रय केंद्र पर जानवरों की देख रेख में हुई लापरवाही के चलते दर्जन भर से अधिक गौ वंश की मौत हो जाने से क्षेत्र में हड़कम्म्प मच गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची डॉक्टरों की टीम ने मृत गौ वँशो के शवों का पोस्टमार्टम किया। जहां मौत का कारण पता नही चल सका जिसपर डॉक्टरों की टीम ने विसरा सुरक्षित कर लिया। साथ ही बीमार गौ वँशो का उपचार शुरू कर दिया गया।
ग्राम प्रधान ने शरारती तत्व द्वारा नगराम के कमालपुर बिचलिखा ग्राम प्रधान मायाराम ने बताया कि गांव के बाहर बने गौ आश्रय केंद्र में कुल 151 गौ वंश संरक्षित थे। जिसमे बनी दो चारा चरही में से एक चरही से चारा खाई 13 गायों की मौत हो गयी और 35 गौवंश बीमार हो गए। गौ वँशो की मौत की खबर इलाके में फैलते ही ग्रामीणों में रोष व्याप्त हो गया और भारी संख्या में ग्रामीण गौ आश्रय केंद्र के बाहर इक्कठे हो गए। वहीं सूचना पाकर मौके पर पहुंची डॉक्टरों की टीम ने मृत 8 मादा व 5 नर गौवंशो का पोस्टमार्टम किया लेकिन मौत का कारण पता नही चल पाने की स्थित में विसरा सुरक्षित कर लिया गया। वहीं ग्रामप्रधान माया प्रसाद ने अज्ञात शरारती तत्व द्वारा जानवरो के चारे में जहर मिला देने से गौ वँशो की मौत हो जाने की आशंका जताते हुए नगराम थाने पर मामले की लिखित शिकायत दर्ज करायी। वहीं ग्रामीणों ने नगराम थाने पर तहरीर देते हुए बताया कि ग्राम प्रधान व सचिव पर लापरवाही के चलते गौवंशो की मौत हुई है। मौत की खबर फैलते ही ग्राम प्रधान ने आनन फानन में जीसीबी से गड्ढे बनावाकर दर्जनों गौवंशो के शव को दफ़नावा दिया। जबकि मौके पर पहुंचे ग्रामीणों पर अंदर से पथराव करा कर झूठे मुकदमे में फंसा देने की धमकी दी। नगराम थाना प्रभारी हेमन्त कुमार राघव ने बताया कि ग्राम प्रधान व ग्रामीणों द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच कर कार्यवाही की जा रही है।
सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पहुंचे अधिकारी
इतनी बड़ी तादाद में गौवंश की मौत की खबर सोशल मीडिया पर फैलने से अधिकारियों के हांथ पांव फूल गए। जिसके बाद मोहन लाल गंज एसडीएम हनुमान प्रसाद, बीडीओ मोहन लाल गंज पूजा सिंह, अपर निदेशक पशुपालन लखनऊ मंडल डॉ पीएन सिंह समेत निगोहां नगराम व मोहनलालगंज के पशु चिकित्सक मौके पर पहुंचे।
पूरे केंद्र पर सिर्फ बनी दो चरही
मौके पर पहुंची टीम ने देखा कि केंद्र पर सिर्फ दो ही चरही बनी हुई है जिस कारण से फ़ूड प्वॉयजनिंग होने की आशंका बढ़ जाती है।
वीडियो बना रहे ग्रामीणों पर किया पथराव
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जैसे ही उनको पता चला कि गौशाला में जानवरों की मौत हो गयी है तो मौके पर पहुंचने पर ग्राम प्रधान की सह पर गौपालकों ने गेट बंद कर लिया और बाहर से वीडियो बना रहे ग्रामीणों पर पथराव करने के साथ साथ मोबाइल भी तोड़ दिया।
केंद्र में नही रहता चारा
ग्रामीणों ने बताया कि लगभग 35 से 40 गांयो की मौत हुई है प्रशासन जान बूझ कर संख्या गलत बता रहा है। मौत की सूचना फैलने पर ग्राम प्रधान ने रातों रात जेसीबी से गड्ढे बनानाकर दफ़नवा दिया गया। पशु केंद्र पर चारा ही नही रहता है जिस कारण से पशुओं की मौत हो गयी है।