
आनन-फानन प्रधान समेत 22 के खिलाफ मुकदमा
लखनऊ, संवाददाता।मोहनलालगंज के खुजौली गांव स्थित ससुराल आए युवक व उसके साले को प्रधान ने अपने दो दर्जन के करीब समर्थकों के साथ मिलकर जमकर पिटाई कर घायल दिया था। आरोप था सोमवार को पुलिस से शिकायत की तो मुकदमा दर्ज किये बिना उसे वापस कर दिया था। मंगलवार को दोबारा कोतवाली पहुंचकर लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की तो पुलिस ने उल्टा उसे ही हिरासत में ले लिया। पीड़ित को हिरासत में लेने की जानकारी ग्रामीणों को हुयी तो दर्जनों की संख्या में ग्रामीण देर रात कोतवाली पहुंचकर हंगामा करने लगे। जिसके बाद आनन- फानन पीड़ित को छोड़ा और उसके तहरीर पर प्रधान समेत 22 समर्थकों के विरूद्ध गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।मोहनलालगंज के खुजेहटा गांव निवासी मलखान रविवार की शाम खरीदारी करने खुजौली बाजार गया था। जहां पर उसका साला रिंकू मिल गया और साथ लेकर घर चला गया। मलखान जब अपने ससुराल पहुंचा तो रंजिश के चलते कुछ गाली- गलौज करने लगे। विरोध करने पर नाराज ग्राम प्रधान राजकुमार ने अपने साथियो अजय, अतीश, विनोद, हरिप्रसाद, धनऊ, रामाचल समेत डेढ दर्जन समर्थकों संग हमला कर दिया और घर में घुसकर जीजा व साले समेत परिजनों की पिटाई कर घायल कर दिया। पीड़ित की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी भाग निकले।घटना के दूसरे दिन सोमवार को पीड़ित मलखान की सास महाराजा ने मोहनलालगंज पुलिस से लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की लेकिन कोई कोई नही हुयी। पीड़ित मलखान का आरोप था मंगलवार कीशाम जानकारी करने खुजौली चौकी गया तो पुलिस ने उल्टा उसे ही बिठा लिया और दूसरे पक्ष के अजय व उसके साथी को भी हिरासत में लेकर मोहनलालगंज कोतवाली ले आई। जानकारी मिलने पर दर्जनों ग्रामीण मोहनलालगंज कोतवाली पहुंच गए और हंगामा शुरु कर दिया। ग्रामीण खुजौली चौकी इंचार्ज की मिली भगत का आरोप लगाकर नारेबाजी करने लगे। देर रात्रि पुलिस ने पीड़ित मलखान को छोड़ने के साथ उसकी सास महराना की तहरीर पर प्रधान राजकुमार, अजय, अतीश, विनोद, हरिप्रसाद, धनऊ, राम अचल सहित 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए।इंस्पेक्टर आलोक राव ने बताया कि कहासुनी के बाद दोनो पक्षों में मारपीट हुयी थी। दोनो पक्षों को हिरासत में लिया गया था। जिससे नाराज होकर कुछ लोग थाने आये थे।