
मोहनलालगंज में चल रहा ‘लकड़ी का खेल स्कूलों के सामने से धड़ल्ले से गुजर रहे ओवरलोड ट्रक बच्चों की जान पर बन आई….स्थानीय लोग बोले पुलिस और लकड़ी माफियाओ की मिलीभगत, प्रशासन कर रहा आंखें मूंद……मोहनलालगंज।लखनऊ, मोहनलालगंज कस्बे की सड़कों पर इन दिनों मौत दौड़ रही है वो भी लकड़ी से लदी भारी भरकम ओवरलोड ट्रकों के रूप में। ये ट्रक न सिर्फ नियमों को ठेंगा दिखाते हुए स्कूलों के सामने से बेधड़क गुजरते हैं, बल्कि मासूम बच्चों की जान को भी गंभीर खतरे में डाल रहे हैं।स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह कोई सामान्य परिवहन नहीं, बल्कि एक संगठित और सुनियोजित ‘लकड़ी माफिया’ का गोरखधंधा है, जिसमें पुलिस और प्रशासन की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है।हर दिन गुजरते हैं लकड़ी के लदे ओवरलोड ट्रक…….मोहनलालगंज कस्बे की तंग गलियों और स्कूलों से सटी सड़कों पर दिन-रात बल्लियों और लकड़ियों से लदे ओवरलोड ट्रक दौड़ रहे हैं। ट्रैफिक नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। बच्चों के स्कूल के बाहर बिना किसी डर के भारी वाहन गुजरते हैं, जिससे स्थानीय अभिभावकों में दहशत का माहौल है।स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि यह केवल ओवरलोडिंग का मामला नहीं है। गहराई से जांच की जाए तो यह अवैध लकड़ी कटान और व्यापार का हिस्सा हो सकता है, जिसमें वन विभाग, पुलिस और अन्य जिम्मेदार अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं।कई लोगों का दावा है कि मोहनलालगंज कस्बा हल्का इंचार्ज की मिलीभगत के बिना यह कारोबार चल ही नहीं सकता। सड़कों पर पुलिस की मौजूदगी के बावजूद इन ट्रकों को न रोका जाना, सवाल खड़े करता है।इलाके में लगातार बढ़ती ट्रक आवाजाही से जनता बेहद नाराज़ है। लोगों का कहना है कि प्रशासन शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। सवाल उठ रहा है कि आखिर बच्चों की जिंदगी से ऐसा खतरनाक खिलवाड़ कब तक जारी रहेगा?अब तक स्थानीय प्रशासन या पुलिस की ओर से कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन जनता की मांग है कि जल्द से जल्द इस इन ओवर लोड ट्रको को रोका जाए और इस पर जांच बैठाई जाए कि किसकी शह पर ओवर लोड ट्रक चलते हैं और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए।