
लखनऊ। निगोहां क्षेत्र के मीरकनगर गाँव में प्रापर्टी डीलर शंहशाह पर हुई फायरिंग की घटना का निगोहां पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस का दावा है कि, गाँव के ही राजकमल ने पैसे वापस न देने पर शंहशाह पर ताबड़तोड़ फायरिंग की और मौके से भाग निकला था। पुलिस इस मामले में कई ग्रामीणों से पूछताछ के बाद सर्विलांस टीम की मदद से इस आरोपी तक पहुँची। वही, घटना में प्रयुक्त अवैध पिस्टल को भी पुलिस ने बरामद कर आरोप को जेल भेज दिया। बीते 9 सितम्बर को रात करीब 11.30 बजे मीरकनगर गाँव के रहने वाले प्रापर्टी डीलर शहंशाह पर उस समय ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गई थी, जब वह घर पहुँचे थे। जिसमें लहूलुहान होकर शंहशाह मौके बेहोश होकर गिर पड़े थे। ग्रामीणों और पुलिस की मदद से इन्हें ट्रामा सेंटर भेजा गया था, जहाँ इनके दो गोली लगने की पुष्टि हुई थी। इधर, निगोहां पुलिस ने पत्नी की तहरीर पर अज्ञात हमलावरों के मुकदमा दर्ज कर सर्विलांस टीम की मदद से घटना के खुलासे में लगी हुई थी। सोमवार को घटना का खुलासा करते हुए एसओ निगोहां अनुज तिवारी ने बताया कि, कांटा करौंदी गांव के रहने वाले राजकमल का प्रापर्टी डीलर शहंशाह से काफी दिनों से जमीनी विवाद चल रहा था। शहंशाह ने अपनी दुकान राजकमल को बेची थी किंतु कुछ दिन बाद ही उस दुकान को शहंशाह ने फिर राजकमल से वापस अपने नाम पर रजिस्ट्री करा ली। जब भी राजकमल द्वारा शहंशाह से पैसा मांगा जाता था तो वह टाल मटौल कर देते थे। जब राजकमल ने शहंशाह के ऊपर अपने रुपये को लेकर ज्यादा दबाव बनाया गया तो प्रापर्टी डीलर ने कुछ समय पहले रुपये के बदले कुछ जमीन की रजिस्ट्री राजकमल को कर दी थी परन्तु राजकमल को उक्त जमीन पर भी कब्जा शहंशाह द्वारा नहीं दिया गया था। इसी बात से राजकमल द्वारा गुस्से में आकर बीती 9 सितम्बर की रात्रि में शहंशाह पर फायरिंग कर दी । आरोपी की निशानदेही पर अवैध पिस्टल भी पुलिस ने बरामद किया।