
बोले सभासद- अराजकता मंजूर नहीं, काशी तालाब का सुंदरीकरण जरूरी, जनहित की ना हो अनदेखी
लालगंज,रायबरेली. काशी तालाब के सौंदर्यीकरण की मांग जोर पकड़ रही है. नगर पंचायत सभागार में सभासदों की बैठक आयोजित की गई. सभासदों ने अध्यक्ष सरिता गुप्ता के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी, धरना प्रदर्शन, अपमानजनक टिप्पणियों तथा घर घेराव पर सभासदों ने कड़ी नाराजगी जताते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया. सभासदों ने पारित प्रस्ताव में कहा कि नगर पंचायत लालगंज जनपद रायबरेली के हम सभी निर्वाचित सभासद पूरी निष्ठा के साथ अपने वार्डों तथा नगर के विकास तथा जनसेवा के लिए पूरी तरह समर्पित रहते हैं. जाति,धर्म,समूह,पक्ष-विपक्ष से ऊपर उठकर सबको साथ लेकर चलने का प्रयास करते हैं. सभासदों ने कहा कि समर्थन अथवा विरोध स्वस्थ लोकतंत्र का हिस्सा है. जनहित में जरूरी होने पर हम सभी ऐसा करते हैं. लेकिन विरोध के नाम पर निजी एजेंडा चलाने,अभद्रता करने,डराने धमकाने, अराजकता, गुंडई तथा विकास कार्यों में बाधा पहुंचाने की कार्रवाई कतई स्वीकार नहीं की जा सकती. प्रस्ताव में कहा गया है कि बीते 10 अप्रैल को कुछ लोगों ने एक समूह बनाकर नगर पंचायत अध्यक्ष सरिता गुप्ता के विरुद्ध घटिया नारेबाजी करते हुए जुलूस की शक्ल में प्रदर्शन किया. घोसियाना मोहल्ले में स्थित ऐतिहासिक काशी तालाब के सौन्दर्यीकरण का काम रुकवाने की नीयत से इन लोगों ने झूठी खबरें प्रसारित कीं,अध्यक्ष के घर का घेराव किया और धरने पर बैठ गए. यह तरीका बेहद आपत्तिजनक है. निर्वाचित महिला अध्यक्ष के साथ ऐसा बर्ताव दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. प्रस्ताव में कहा गया है कि हम सभी निर्वाचित सभासद एकमत होकर इस कार्वाई की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. इन लोगों ने लालगंज नगर की प्रतिष्ठा को गिरने का काम किया है।सभासदों ने कहा कि किसी भी समूह के बेजा दबाव को अस्वीकार करते हुए जनहित में काशी तालाब के सौंदर्यीकरण के काम को निर्बाध पूरा करवाया जाये. सभासदों ने तहसील कार्यालय पहुंचकर एसडीएम को सम्बोधित ज्ञापन तहसीलदार ध्रुव नारायण को सौंपा. नायब तहसीलदार शम्भू शरण पाण्डेय भी मौके पर मौजूद रहे. निंदा प्रस्ताव पर नगर पंचायत के सभी सभासदों ने हस्ताक्षर किए. पुलिस उपाधीक्षक को भी प्रस्ताव सौंपा गया. प्रस्ताव में मांग करते हुए कहा गया कि निषेधाज्ञा उल्लंघन करके जुलूस निकालने, धरना प्रदर्शन करने, अमर्यादित नारेबाजी करने तथा सरकारी काम में बाधा डालने वालों के विरुद्ध प्रशासन को आवश्यक विधिक कार्रवाई करनी चाहिए. राघवेंद्र सूर्यवंशी,सीमा गब्बर, कृष्णावती, नसरीन बेगम, राकेश कुमार, सीमा देवी, आलोक तिवारी, अफसरी बानो, रवीन्द्र सोनी, दीपक मिश्रा, नसीम कुरैशी, अतुल शर्मा, शशिधर, खुर्शीद, रमेश गुप्ता मौजूद रहे।