
लखनऊ। “विंग्स ऑफ फायर” नामक क्लब से जुड़े मामलों में गंभीर आरोपों के चलते शहर की एक महिला व प्रियंका सिंह रघुवंशी ने प्रशासन से अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। उन्होंने क्लब से जुड़े संचालकों—अक्षय सिंह, अभिषेक सिंह चौहान, प्रतीक सिंह और अभिमन्यु सिंह—पर लगातार मानसिक प्रताड़ना, जान से मारने की कोशिश, फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।प्रियंका सिंह का कहना है कि इन लोगों के खिलाफ पहले भी FIR दर्ज हो चुकी हैं, बावजूद इसके उनकी प्रताड़ना रुकी नहीं है। उन्होंने बताया कि आरोपी अभिषेक सिंह उनके साथ व्यक्तिगत संबंध में था—जिसने उनके साथ विश्वासघात कर उन्हें मानसिक और आर्थिक रूप से अत्यधिक नुकसान पहुंचाया। अभिषेक द्वारा सिंदूर भरना, साथ रहना, पैसों की बार-बार मांग करना और फिर अचानक व्यवहार बदल देना, इस पूरे घटनाक्रम को और भी पीड़ादायक बनाता है।13 मार्च की रात को एक अत्यंत निंदनीय घटना के बाद जब प्रियंका ने इन संबंधों को समाप्त करने की बात की तो अभिषेक सिंह ने कथित तौर पर उनके ऊपर पिस्तौल तान दी और मारपीट की। भयभीत होकर उन्होंने 17 मार्च को हजरतगंज थाने में तहरीर दी, जिसके आधार पर FIR दर्ज हुई।पीड़िता का आरोप है कि FIR दर्ज होने के बाद उन पर एफिडेविट देने का दबाव बनाया गया, और यहां तक धमकी दी गई कि यदि उन्होंने साथ नहीं दिया तो आरोपी आत्महत्या कर लेंगे, जिसकी जिम्मेदार उन्हें ठहराया जाएगा। डरी-सहमी प्रियंका सिंह ने एफिडेविट दिया, लेकिन बाद में जब उसे निरस्त किया गया तो आरोपी फिर से उन पर हावी हो गए।पीड़िता ने यह भी खुलासा किया है कि अब फर्जी दस्तावेज़ तैयार कर, उनके नाम, हस्ताक्षर, पता और फोन नंबर का गलत उपयोग कर प्रशासनिक अधिकारियों को गुमराह किया जा रहा है।प्रियंका सिंह ने शासन और प्रशासन से हाथ जोड़कर निवेदन किया है कि उन्हें इन तथाकथित रसूखदार और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से सुरक्षा दी जाए। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें कुछ भी होता है, तो इसके जिम्मेदार केवल उपरोक्त आरोपी ही होंगे।उनके पास मौजूद कॉल रिकॉर्डिंग्स, सोशल मीडिया चैट्स, वीडियो, फोटो और पैसों के लेन-देन से संबंधित दस्तावेज़, साक्ष्य के रूप में सुरक्षित हैं, जिन्हें जरूरत पड़ने पर वे प्रस्तुत करेंगी।