
वर्ल्ड होम्योपैथी समिट के अलावा फ्रांस और स्विट्जरलैंड में अपने शोध किये प्रस्तुत
जर्मनी से वापस लौटने पर आईएचओएस ने फूल मालाओं से लाद दिया
रायबरेली।होम्योपैथी के जनक डॉ. सैमुअल क्रिश्चियन ऐडरिक हैनीमैन की जयंती पर जर्मनी में संपन्न हुई वर्ल्ड होम्योपैथी समिट में जनपद के प्रख्यात डॉक्टर एवं सेवानिवृत्त जिला होम्योपैथिक अधिकारी डॉ. रमेश कुमार श्रीवास्तव को होम्योपैथी का सर्वोच्च चिकित्सा सम्मान प्रदान किया गया।डॉ श्रीवास्तव ने समिट के अलावा फ्रांस और स्विट्जरलैंड में अपने शोध प्रस्तुत किये।जर्मनी से लौटने पर इंटेलेक्चुअल होम्योपैथी ऑब्जेक्टिव समिति (आईएचओएस) आदि सामाजिक संगठनों द्वारा डॉ. रमेश श्रीवास्तव का एक सादे समारोह में स्वागत और सम्मान किया गया। समारोह में उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया।इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि डॉ श्रीवास्तव को जर्मनी में मिले सम्मान से जनपद का नाम रोशन हुआ है।डॉ श्रीवास्तव के शोध देश और विदेश में होम्योपैथी चिकित्सा की गौरव गाथा बता रहें हैं।कहा गया कि उन्होंने होम्योपैथिक चिकित्सा के माध्यम से हर तरफ से निराश हताश और असाध्य बीमारियों से पीड़ित असंख्य मरीजों को जीवन दान दिया है।वह निस्वार्थ भाव से निर्धन,असहाय लोगों की सेवा करने में हमेशा लगें रहतें हैं।डॉ श्रीवास्तव को इसके पूर्व उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड सरकार द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका हैं।इस मौके पर डॉ. राजीव सिंह,डॉ. सुनील त्रिवेदी,डॉ. प्रभात कुमार,डॉ. आशीष कुमार,डॉ.क्रांति कुमार सिंह,डाॅ रफत आलम,डॉ. केसी चौधरी,डॉ. प्रशांत कुमार,पीएन त्रिपाठी,बृजेंद्र श्रीवास्तव आदि तमाम लोग मौजूद रहें।