
(मोहनलालगंज क्षेत्र के किसान पथ पर बिहार के बेगूसराय से दिल्ली जा रही प्राइवेट डबल डेकर स्लीपर बस में शार्ट सर्किट से लगी भीषण आग,दो मासूमो समेत पांंच यात्री जिंदा जले)(मृतक मासूमो के पिता की तहरीर पर पुलिस बस मालिक समेत ड्राईवर क कंडेक्टर पर मुकदमा दर्ज कर तलाश में जुटी)लखनऊ।बिहार के बेगूसराय से लखनऊ के रास्ते दिल्ली जा रही यात्रियो से भरी निजी डबल डेकर स्लीपर बस में गुरुवार की तड़के साढे चार बजे के करीब मोहनलालगंज क्षेत्र में किसान पथ पर पहुंचने पर शार्ट सर्किट के बाद भीषण आग लग गयी।देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया।ड्राईवर व कंडेक्टर बस में फसे यात्रियो को बचाने की बजाय कुदकर भाग निकले।बस में सो रहे यात्रियो ने केबिन में धुआ भरने के साथ आग बढती देख खिड़कियो में लगे शीशो को तोड़कर किसी तरह बाहर कुदकर अपनी जान बचायी।लेकिन आग इतनी विकराल थी कि बस के अंदर फंसे मासूम भाई-बहन व मां-बेटी समेत एक युवक की जिंदा जलकर मौत हो गयी।सूचना के मोहनलालगंज इंस्पेक्टर दिलेश कुमार सिंह व पीजीआई इंस्पेक्टर धीरेन्द्र सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर फायर स्टेशन पर सूचना दी।आधे घंटे बाद मौके पर आधा दर्जन फायर बिग्रेंड वाहनो के साथ पहुंचे कर्मियो ने एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बस में लगी भीषण आग पर काबू पाया जिसके बाद मृत पांचो यात्रियो के शवो को पुलिस ने बाहर निकालकर पंचनामा भरकर पीएम के लिये भेजा।दुर्घटना की सूचना के बाद डीसीपी निपुण अग्रवाल ,एडीसीपी अमित कुमावत,एसीपी रजनीश वर्मा,एसडीएम अंकित शुक्ला समेत कई आला आधिकारियो ने मौके पर पहुंचे।मृत मासूमो के पिता रामबालक महतो की तहरीर पर पुलिस ने बस मालिक समेत अज्ञात ड्राईवर व कंडेक्टर के विरूद्व मुकदमा दर्ज कर तलाश में जुट गयी।दुर्घटना में यात्री रामबालक महतो निवासी गमबारा जनपद सीतामंढी बिहार के तीन साल के बेटे देवराज व दो साल की मासूम बेटी साक्षी समेत यात्री अशोक कुमार महतो निवासी मधेपुर जनपद समस्तीपुर बिहार की 55वर्षीय पत्नी लखी देवी व 27वर्षीय बेटी सोनी व एक युवक मधुसूदन(19वर्ष) की मौत हो गयी।वही मृतक मधुसूदन के दोस्त व सगे भाई रणधीर व रविकिशन निवासी डिहाक जनपद बेगुसराय, बिहार समेत दर्जन भर के करीब यात्री घायल हो गये।एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया मृतक मासूमो के पिता की तहरीर पर बस मालिक समेत अज्ञात ड्राईवर-कंडेक्टर के विरुद्व मुकदमा दर्ज कर तीनो की गिरफ्तारी के लिये पुलिस की कई टीमो को लगाया गया है।*मासूम सगे भाई-बहन की जलकर हुयी मौत…*रामबालक महतो ने बताया वो बिहार के मुज्जफरपुर से बुद्ववार को डबल डेकर स्लीपर एसी बस से अपनी गर्मभवी पत्नी गुड्डी महतो व मासूम बेटे देवराज व साक्षी के साथ दिल्ली जा रहे थे, दिल्ली पहुंचने से पहले ही बस में आग लगने से मासूम बच्चो की दर्दनाक मौत हो गयी।चाहकर भी अपने बच्चो को बस के अंदर जिंदा जलता देख वो बचा नही सके।बच्चो की मौत के बाद आंसू थमने का नही ले रहे थे नाम।*मां-बेटी भी जिंदा जली….*अशोक कुमार महतो ने बताया वो अपनी पत्नी लखी देवी व विधवा बेटी सोनी व मासूम नाती आदित्य के साथ मजदूरी करने दिल्ली होकर जयपुर जा रहे थे,उससे पहले ही बस में लगी आग में उनकी पत्नी व बेटी जिंदा जल गयी।किसी तरह शीशा तोड़कर मासूम नाती संग बाहर कूदकर जान बचाई लेकिन बस में आग लगने से जिंदा जल रही पत्नी व बेटी को चाहकर भी नही बचा सका ये सोच सोचकर अशोक कुमार के आंसू भी नही थम रहे थे।*मजदूरी करने जा रहा युवक भी जिंदा जला….*रणधीर कुमार ने बताया वो अपने भाई रविकिशन व दोस्त मधुसूदन के साथ डबल डेकर बस से बिहार से दिल्ली में मजदूरी करने जा रहा था,दिल्ली पहुंचने से पहले ही बस में लगी भीषण आग में जलकर उसके दोस्त मधुसूदन की दर्दनाक मौत हो गयी,किसी तरह बस का शीशा तोड़कर उसने व भाई ने बाहर कूदकर अपनी जान बचाई।*ड्राईवर-कंडेक्टर चाहते तो बच जाती यात्रियो की जान…*यात्रियो ने बताया डबल डेकर बस के गेयर बाक्स में शार्ट सर्किट के बाद आग लगी तो चालक व कंडेक्टर बस को रोकने के बाद कूदकर भाग निकले।इस दौरान बस का अगला दरवाजा जाम होने से काफी देर तक नही खुला जिसके चलते यात्री अंदर केबिन में फंसे रहे।ड्राईवर व कंडेक्टर भगाने की बजाय सूझबूझ दिखाते हुये केबिन का मुख्य दरवाजा खोल देते ओर बसो के शीशे समय रहते तोड़ देते तो शायद मासूम बच्चो व मां-बेटी व युवक की जान बच जाती। *अनफिट स्लीपर बस में सीमा से दो गुना यात्रियो को था बिठाया….*बस में यात्रा कर रहे इंजीनियर अनुराग राय ने बताया वो बेगुसराय से अपने काम से दिल्ली जा रहे थे,पूरी तरह मानक विहिन व अनफिट डबल डेकर बस में सीमा से दो गुना 125के करीब यात्रियो को बिठाया गया था गैलरी से लेकर स्लीपर सीटो पर यात्रियो को ठूस ठूस कर बिठाया गया था,बस की एसी तक नही चल रही थी,यात्रियो के विरोध करने पर ड्राईवर व कंडेक्टर गाली गालौज व अभद्रता कर रहे थे ओर स्लीपर केबिनो का मुख्य गेट बाहर से लांक कर दिया था।एसी बस में यात्रा के नाम पर तीन तीन हजार रूपये भी वसूले गये थे।*यात्रियो को दूसरी बस से दिल्ली भेजा….*बस में भीषण आग लगने के चलते उसमें बैठे यात्रियो का सामान पैसा व मोबाइल तक जल गया।यात्रियो ने मौके पर मौजूद एसीपी रजनीश वर्मा से दूसरी बस का इन्तजाम कर दिल्ली भेजे जाने की गुहार लगायी तो एसीपी ने एक एक निजी स्कूल की बस मंगाकर सभी यात्रियो को हरकशगंढी चौकी भेजा ओर जिला प्रशासन से गतव्य तक भेजे जाने के लिये बस की मांग की।तब जाकर मौके पर पहुंची दूसरी बस में बिठाकर सभी यात्रियो को उनके गंतव्य को रवाना किया गया।इस दौरान मौके पर मौजूद एसडीएम अंकित शुक्ला ने यात्रियो के लिये फल व पानी समेत खाने का इन्तजाम कराया।*सौ यात्रियो का सामान व गहने समेत पैसे जलकर हुये खाक…*अजय कुमार निवासी राघवपुर थाना मुज्जफरपुर,बिहार ने बताया वो अपनी पत्नी बेबी व बेटो सचिन व अमित व बेटी अर्चना के साथ दिल्ली से डेढ माह पहले अपने गांव बेटे अमित की शादी करने गये थे,जहां से बुद्ववार को बहू माला व पूरे परिवार के साथ डबल डेकर बस से दिल्ली वापस लौट रहे थे,बस में आग लगने से बहू के सारे जेवरात समेत नगदी व मोबाइल फोन चलकर राख हो गये,गलीमत रही खिड़की तोड़कर बाहर कुदने से सभी बच गये।वही बस में सवार सौ के करीब यात्रियो का पूरा सामान जलकर राख हो गया।किसान पथ की एक पटरी पर तीन घंटे ठप्प रहा वाहनो का संचालन,किसान पथ पर डबल डेकर बस में भीषण आग लगने के बाद एक पटरी पर वाहनो को संचालक पुलिस ने पुरी तरह रोक दिया इस दौरान करीब तीन घंटे तक बस दुर्घटना वाली पटरी पर वाहनो का आवगमन बिल्कुल ठप्प रहा ओर भारी वाहनो को डायवर्जन कर दूसरे रास्तो से उनके गंतव्यो तक भेजा गया।करीब तीन घंटे बाद किसान पथ की पटरी से दुर्घटनाग्रस्त बस को हटाने के बाद पुन वाहनो का संचालन शुरू हो सका।