
लखनऊ। निगोहां गांव में शुक्रवार की सुबह कक्षा सात की छात्रा ने घर का दरवाजा अंदर से बंदकर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक छात्रा के शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिये भेजा।निगोहां गांव निवासी गिरधारी व पत्नी रूपरानी के कोई औलाद नही थी.दोनो ने अपने साढू की बेटी अंजली गोद लिया। तभी से अंजली निगोहां में अपनी मौसी के घर मे रह रही थी ओर निगोहां के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में कक्षा सात में पढती भी थी।रूपरानी ने बताया कि शुक्रवार सुबह बेटी अंजली सोकर उठी और साथ मिलकर नाश्ता तैयार कर अपने मौसा के साथ नाश्ता किया जिसके बाद मौसा गिरधारी काम पर चले गए थे ओर साढे आठ बजे के करीब वो पड़ोसी के घर चली गयी। इस दौरानd बेटी अंजली भी उसके पास आई और फिर कुछ देर रूककर घर वापस चली गई थी ओर घर जाकर दरवाजा अंदर से बंद कर साड़ी का फंदा छत में लगी बल्ली में डालकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।पड़ोसी के यहा से वापस घर आने पर अंदर से दरवाजा बंद होने पर काफी बार खटखटाया ओर बेटी को आवाज दी लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया ना मिलने परबाहर लगे ईंट के माध्यम से छत के रास्ते वह घर के अंदर गई जहाँ बेटी का शव फांसी के फंदे से लटका देखकर चीख पड़ी।जिसके बाद उसने पति व पुलिस को घटना की सूचना दी।अंजली की मौत की सूचना पाकर उसके माता पिता व भाई बहन भी मौके पर पहुंचे ओर बेटी का शव देख बिलख पड़ें।थाना प्रभारी अनुज कुमार तिवारी ने पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पीएम के लिये भेजा।थाना प्रभारी ने बताया प्रथम दृष्टया जांच में छात्रा के द्वारा फांसी लगाये जाने की वजह पता नही चल सकी है।पीएम रिपोट में मौत का कारण स्पष्ट होने के बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी।