
लखनऊ। निगोहां क्षेत्र के हरिहरपुर पटसा गांव में स्थित राजकीय नलकूप संख्या-85 की मोटर एक बार फिर खराब हो गई है, जिससे गांव के दर्जनों किसान बुरी तरह प्रभावित हैं। खासकर धान की फसल की रोपाई कर रहे किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हैरानी की बात यह है कि यह मोटर करीब एक सप्ताह पूर्व ही विभाग द्वारा मरम्मत कराकर चालू कराई गई थी, लेकिन अब फिर से खराब हो जाने से किसानों की परेशानी और बढ़ गई है। वर्तमान में धान की रोपाई का समय चल रहा है और किसानों के लिए यह समय अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। गांव के अधिकतर किसान सिंचाई के लिए इस नलकूप पर ही निर्भर हैं। लेकिन मोटर खराब होने के कारण खेतों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। जिससे समय से रोपाई नहीं हो पा रही और रोपित फसलें सूखने की कगार पर हैं।गांव के किसान रामकुमार, महेश, अजीत यादव, शिवनाथ आदि ने बताया कि उन्होंने धान की नर्सरी तैयार कर ली थी और जैसे ही रोपाई का समय आया, ट्यूबवेल की मोटर फिर खराब हो गई। “हमारा एकमात्र भरोसा यही नलकूप है। जब यही बार-बार खराब होता रहेगा तो खेती कैसे करेंगे?” किसान रामकुमार ने नाराजगी जताते हुए कहा।स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस नलकूप की मोटर लंबे समय से बार-बार खराब होती रही है, लेकिन सिंचाई विभाग की ओर से स्थायी समाधान नहीं किया जा रहा। सिर्फ अस्थायी रूप से मरम्मत करवा दी जाती है, जो कुछ ही दिन चलती है और फिर वही दिक्कत सामने आ जाती है। इससे किसानों को बार-बार फसल के नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि विभागीय अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही। अब किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही मोटर को दुरुस्त नहीं किया गया और सिंचाई की व्यवस्था बहाल नहीं हुई, तो वे सिंचाई खंड कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।किसानों ने जिला प्रशासन और क्षेत्रीय विधायक से भी अपील की है कि वे इस समस्या का तत्काल संज्ञान लें और नलकूप की मरम्मत कराकर किसानों को राहत दिलवाएं। इस समस्या के समाधान में हो रही देरी से गांव की बड़ी आबादी की आजीविका खतरे में पड़ सकती है।