ग्राम सरैया सलारपुर निवासी शिवकुमार त्रिवेदी (मोबाइल: 9120757024, खाता संख्या: 624646, कनेक्शन संख्या: 7614072327) ने आरोप लगाया कि उनकी इन्हौना स्थित दुकान पर लगे मीटर की रीडिंग सामान्य होने के बावजूद बिजली विभाग ने कई गुना ज्यादा बिल भेज दिया।शिकायत पर इन्हौना पावर हाउस के जेई ने तुरंत रिपोर्ट तैयार कर अधिशासी अभियंता, विद्युत वितरण खंड, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लि., जगदीशपुर को भेज दी। संबंधित एसडीओ ने भी अपनी रिपोर्ट लगा दी।लेकिन जब पीड़ित आगे की प्रक्रिया के लिए पहुंचे, तो अधिशासी अभियंता कार्यालय में बाबू अनुपस्थित मिले। बगल में बैठे कर्मचारी ने पहले कहा कि बाबू बाहर गए हैं, फिर बताया कि वे छुट्टी पर हैं। बाद में यह भी कह दिया गया कि “सर्वर नहीं है, कंप्यूटर में दिक्कत है” — नतीजा, फाइल वहीं अटक गई और उपभोक्ता को राहत नहीं मिली।शिवकुमार का कहना है,”मुख्यमंत्री जी अच्छे काम कर रहे हैं, लेकिन नीचे के स्तर पर सुस्ती और भ्रष्टाचार खत्म नहीं हुआ। जब तक ऐसे गैरजिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्रवाई नहीं होगी, जनता यूं ही टहलती रहेगी।”स्थानीय लोग आरोप लगा रहे हैं कि बिजली विभाग में गलत बिल, मीटर रीडिंग की गड़बड़ी, और फाइलें लटकाने का खेल आम है। जनता की मांग है कि दोषी कर्मचारियों की जवाबदेही तय हो और शिकायतों का समाधान समयसीमा में हो।
