निगोहां। राजधानी लखनऊ के निगोहां थाना क्षेत्र के लालपुर गांव में एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां गांव के ही एक युवक को उसकी जानकारी के बिना बैंक लोन का गारंटर बना दिया गया। कई वर्षों बाद लोन अदायगी न होने के कारण गारंटर बने युवक का खाता सीज हो गया। जब उसने लोनधारी से रकम अदा करने की मांग की तो वह उल्टा गालियां देने और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने लगा।लालपुर गांव निवासी हरिशंकर ने बताया कि उनके ही गांव के रहने वाले राजेश मिश्रा ने वर्ष 2014 में आर्यावर्त ग्रामीण बैंक से लोन लिया था। इस दौरान उनकी जानकारी के बिना उन्हें गारंटर बना दिया गया। लंबे समय तक लोन की रकम जमा न होने से यह खाता एनपीए हो गया। इसके बाद बैंक ने गारंटर के रूप में हरिशंकर का भी खाता सीज कर दिया।
हरिशंकर का कहना है कि जब वह खाद और दवा खरीदने के लिए बैंक से रुपये निकालने पहुंचे तो उन्हें खाते के सीज होने की जानकारी हुई। बैंक अधिकारियों से पूछताछ करने पर पूरा मामला सामने आया। इसके बाद उन्होंने लोन अदा करने की बात लेकर राजेश मिश्रा से मुलाकात की। आरोप है कि इस पर राजेश मिश्रा बुरी तरह आगबबूला हो गया और हरिशंकर को गंदी-गंदी गालियां देने लगा। इतना ही नहीं, उसने उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी।पीड़ित हरिशंकर ने बताया कि इसके बाद उन्होंने स्थानीय थाना निगोहां में जाकर पूरे मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
इस संबंध में निगोहां पुलिस का कहना है कि तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। तथ्यों की पुष्टि होने पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।
