
अपराध पर सख्ती और जरूरतमंदों के लिए संवेदनशीलता से जीते जनता का दिल
निगोहां। लखनऊ,लखनऊ कमिश्नरेट के दक्षिणी जोन में निगोहां थाना प्रभारी अनुज कुमार तिवारी अपनी त्वरित कार्रवाई और संवेदनशील कार्यशैली से पुलिसिंग की एक नई परिभाषा गढ़ रहे हैं। जहां वे अपराधियों के लिए खौफ बन चुके हैं, वहीं गरीब और असहाय लोगों के लिए एक संवेदनशील प्रहरी की भूमिका निभा रहे हैं।थाना प्रभारी अनुज तिवारी का मानना है कि पुलिस का कर्तव्य सिर्फ कानून-व्यवस्था बनाए रखना ही नहीं बल्कि जरूरतमंदों की मदद करना भी है। यही वजह है कि यदि कोई गरीब, असहाय या भूखा व्यक्ति थाने पहुंचता है तो वे अपनी जेब से आर्थिक मदद कर उसकी सहायता करते हैं। उनकी यह पहल आमजन के बीच पुलिस की सकारात्मक और मानवीय छवि को मजबूत करती है।इसके साथ ही जब भी क्षेत्र में कोई सामाजिक या जनकल्याण से जुड़ा कार्यक्रम होता है, अनुज तिवारी उसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। चाहे सफाई अभियान हो, धार्मिक आयोजन हों या किसी जरूरतमंद को सहयोग देना वे हर जगह अपनी मौजूदगी से जनता का भरोसा जीतते हैं। इसी क्रम कई उदाहरण है जैसे निगोहां थाना क्षेत्र के लवल गांव की युवती को 7 मिनट में आत्महत्या से बचाना वही थाना क्षेत्र के रामपुर गांव के ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करना।महिला उत्पीड़न के मामलों में 24 घंटे के भीतर चार्जशीट दाखिल कर आरोपियों को जेल भेजना।ये घटनाएं उनकी कार्यकुशलता और अपराध पर पैनी पकड़ का जीता-जागता प्रमाण हैं।निगोहां क्षेत्र की जनता मानती है कि थानाध्यक्ष अनुज तिवारी की कार्यशैली ने पुलिस और जनता के बीच की दूरी को काफी हद तक कम किया है। लोग न केवल सुरक्षित महसूस करते हैं बल्कि उन्हें यह भरोसा भी है कि किसी भी समस्या में थाना प्रभारी हमेशा उनके साथ खड़े मिलेंगे।कमिश्नरेट दक्षिणी जोन के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी समय-समय पर अनुज तिवारी की खुले मंच से सराहना और सम्मान कर चुके हैं। उनकी निष्ठा, मेहनत और त्वरित कार्रवाई की वजह से आज उनका नाम दक्षिणी जोन के सबसे काबिल और ईमानदार थानाध्यक्षों में गिना जाता है।अपराधियों पर सख्ती और गरीबों के प्रति संवेदनशीलता का यह अनोखा संगम अनुज तिवारी को पुलिस महकमे में मानवीय पुलिसिंग की सच्ची मिसाल बनाता है।