लखनऊ। मंगलवार को नंदौली गांव की झील पर एसडीएम द्वारा गठित राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची। जिसकी भनक लगने पर सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गये। गांव वालों का आरोप है कि पट्टा धराको द्वारा सिंघाड़े की फसल में जहरीली दवाइयां डाली जाती है और इस झील में अप्रवासी पक्षी भी आते है और दूषित पानी पीनें से उनकी मौत हो जाती है। यही नही, इस झील का आवटंन मत्स्य पालन के लिए किया गया है जबकि उक्त झील पर सिघाडे की खेती हो रही है। नायाब तहसीलदार ने बताया कि जांच रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी जाएगी। कुछ दिन पूर्व नंदौली और रामदासपुर गांव की झील का पट्टा मत्स्य पालन के लिए किया गया था। सोमवार को तालाब में नामित पट्टेदारों और ग्रामीणों के बीच मारपीट हुई थी। जिसमें मंगलवार को एसडीएम ने नायाब तहसीलदार अनुपम वर्मा के नेतृत्व में क्षेत्रीय लेखपाल समेत राजस्व टीम भेजी। इस टीम ने पूरी झील का निरीक्षण किया। मौजूद ग्रामीणों का आरोप था कि पट्टा धराको द्वारा सिंघाड़े की फसल में जहरीली दवाइयां डाला जाता है। इस झील में सैकड़ो की संख्या में अप्रवासी आते है और पानी पीने से उनकी मौत हो जाती है। नायाब तहसीलदार ने बताया कि जांच रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी जायेगी।