मोहनलालगंज।लखनऊ,स्वच्छ भारत मिशन की हकीकत दिखाने के लिए शायद मोहनलालगंज ब्लॉक मुख्यालय का सामुदायिक शौचालय ही काफी है। विकास खंड मोहनलालगंज के ब्लॉक परिसर में बना सामुदायिक शौचालय पूरी तरह से बदहाल हालत में है। शौचालय में न तो पानी की व्यवस्था है और न ही नियमित सफाई की। गंदगी और दुर्गंध से यहां आने-जाने वाले अधिकारी, कर्मचारी और ग्रामीण सभी परेशान हैं।स्थानीय कर्मचारियों के अनुसार शौचालय की पानी की टंकी महीनों से खाली पड़ी है। सफाई कर्मचारी कभी-कभी ही साफ-सफाई के लिए आते हैं, जिससे अंदर और आसपास गंदगी का अंबार लगा रहता है। कई बार इस समस्या की जानकारी उच्च अधिकारियों और खंड विकास अधिकारी आशुतोष श्रीवास्तव को दी गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।ग्रामीणों का कहना है कि जब ब्लॉक मुख्यालय जैसा महत्वपूर्ण स्थान ही गंदगी से अटा पड़ा है, तो गांवों में बने सामुदायिक शौचालयों की स्थिति का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि “सरकार स्वच्छ भारत मिशन पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन धरातल पर स्थिति इसके विपरीत है। अधिकारियों की सुस्ती के कारण योजनाएं फाइलों में ही सीमित रह जाती हैं।स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि बीडीओ सहित संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए और सामुदायिक शौचालय की नियमित सफाई व पानी की स्थायी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि स्वच्छता अभियान का वास्तविक उद्देश्य पूरा हो सके।
