पांचवें दिन उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, भक्ति और भाव का माहौल पूरा परिसर हुआ राममय…….
पीजीआई।लखनऊ,पीजीआई के सभाखेड़ा स्थित सनराइज हॉस्पिटल परिसर में चल रही सात दिवसीय श्रीराम कथा में भक्ति का अद्भुत उत्सव देखने को मिल रहा है। महावीर पार्क, गली नंबर-13, एकता नगर, रायबरेली रोड, पीजीआई में प्रतिदिन आयोजित हो रही कथा में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कथा वाचक पूज्य सुधीरानंद महाराज जी अपने मधुर वचनों से भक्तों को प्रभु श्रीराम के दिव्य चरित्र से जोड़ रहे हैं।कथा का आयोजन प्रकृति भारती चिकित्सा प्रकोष्ठ, बिंदौवा मोहनलालगंज के सौजन्य से किया गया है,जिसमें डॉ. सागर के नेतृत्व में व्यवस्था को सुदृढ़ रूप से संचालित किया जा रहा है। स्टार पैथोलॉजी के संचालक सत्येंद्र मिश्रा का भी विशेष सहयोग कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम योगदान दे रहा है।
कथा का पांचवा दिन बाल रूप लीला से भावविभोर हुए भक्त…..
पांचवें दिन की कथा में महाराज जी ने भगवान श्रीराम के बाल रूप का मनोहारी वर्णन किया। उन्होंने बताया कि कैसे बालक राम की मुस्कान, उनकी अटखेलियां और माताओं के स्नेह से भरे प्रसंगों ने अयोध्या में आनंद का वातावरण बना दिया था।महाराज ने कहा बालक राम का हर सहज व्यवहार लोककल्याण का मार्ग दिखाता है, क्योंकि ईश्वर जब बाल रूप में आते हैं तो उनका प्रत्येक भाव भक्तों के लिए आनंद और सीख बन जाता है।कथा के दौरान राम जन्म, शैशव लीला, चारों भाइयों के मधुर स्नेह और बालक राम की निष्कपटता का वर्णन सुनकर उपस्थित श्रद्धालु भावविभोर हो उठे।आरती और प्रसाद वितरण के साथ सम्पन्न हुआ कार्यक्रम प्रतिदिन की भांति कथा शाम 5:00 बजे से रात 9:30 बजे तक चली। कथा के समापन पर श्रीराम आरती की गई और सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया।सैकड़ों श्रद्धालु हुए उपस्थित कथा के दौरान परिसर में भारी भीड़ देखने को मिली।इस अवसर पर डॉ. सागर, मनोज कुमार प्रसाद, रमांकर अधिवक्ता, डॉ. अरुण, डॉ. बी एस नेगी सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे। महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों ने पूरे मनोयोग से कथा का रसपान किया।आयोजकों ने बताया कि जैसे-जैसे कथा अपने अंतिम दिनों की ओर बढ़ रही है, श्रद्धालुओं का उत्साह और बढ़ता जा रहा है। समापन दिवस पर विशेष भजन संध्या, हवन-पूजन और महाप्रसाद का भव्य आयोजन किया जाएगा।
