मोहनलालगंज।लखनऊ,मोहनलालगंज डिवीजन अंतर्गत विद्युत विभाग में कार्यरत कर्मचारी के निलंबन और लंबित जांच को लेकर मामला तूल पकड़ता जा रहा है। ग्राम व पोस्ट उतरावां, तहसील मोहनलालगंज निवासी गीता सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र भेजकर अपने पति जय सिंह को लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष जांच कराए जाने और उन्हें न्याय दिलाए जाने की मांग की है।शिकायती पत्र के अनुसार जय सिंह वर्ष 2024 से विद्युत विभाग के गोसाईंगंज डिवीजन में कार्यरत थे। आरोप है कि उन पर चोरी की एक एफआईआर दर्ज न होने के बावजूद निलंबन की कार्रवाई कर दी गई। वहीं इसी डिवीजन के एक अन्य कर्मचारी पर बिना लाइन का एस्टीमेट जमा कराए मीटर लगाने का आरोप लगा, जिसकी जांच पांच माह के भीतर पूर्ण कर अधिशासी अभियंता द्वारा उसे बहाल कर दिया गया।
पीड़िता का आरोप है कि जब उनके पति ने इस मामले को लेकर अधिशासी अभियंता से जानकारी लेने का प्रयास किया तो उनका ट्रांसफर न्यू आलमबाग कर दिया गया, जबकि दूसरे कर्मचारी को वहीं रोक दिया गया। इससे विभागीय कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं।गीता सिंह ने बताया कि लंबे समय से चल रही जांच और निलंबन के कारण उनका परिवार गंभीर मानसिक और आर्थिक संकट से गुजर रहा है। घर में कमाने वाला कोई अन्य सदस्य नहीं है, जिससे स्थिति और भी दयनीय हो गई है।उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि उनके पति पर लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष जांच कराई जाए, यदि वे निर्दोष पाए जाते हैं तो उन्हें तत्काल मुक्त कर बहाल किया जाए और दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए।यह मामला अब स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग विभागीय कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। पीड़ित परिवार को अब शासन स्तर से न्याय मिलने की उम्मीद है।
