मोहनलालगंज। लखनऊ,मोहनलालगंज तहसील क्षेत्र में जमीन खरीद-फरोख्त के नाम पर सेना मेडल से सम्मानित कर्नल अनिल कुमार जग्गी के साथ धोखाधड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कर्नल जग्गी, निवासी 388 सुभाष मोहाल सदर कैंट लखनऊ, ने एच.के. इन्फ्राविजन प्रा. लि. के निदेशक विनोद कुमार उपाध्याय व प्रमोद कुमार उपाध्याय पुत्रगण हरिद्वार उपाध्याय, निवासी 11बी/25 आवास विकास वृंदावन योजना-3 सेक्टर 11बी लखनऊ पर संगठित आर्थिक अपराध, गाली-गलौच और जान से मारने की धमकी देने के गंभीर आरोप लगाए हैं।पीड़ित के अनुसार उन्होंने मोहनलालगंज तहसील क्षेत्र के मऊ में स्थित गाटा संख्या 977 की कुल 17,000 वर्गफुट भूमि आरोपियों से क्रय की थी। इसमें से 12,000 वर्गफुट भूमि की रजिस्ट्री व खारिज-दाखिल कराकर कब्जा प्राप्त कर लिया गया था, जबकि शेष 5,000 वर्गफुट भूमि के लिए 40 लाख रुपये में बीते 17 सितंबर 2022 से 16 सितंबर 2025 तक का तीन वर्षीय एग्रीमेंट किया गया था।एग्रीमेंट के तहत कर्नल जग्गी ने 20 लाख रुपये चेक संख्या 001608 19/09/2022 तथा 15 लाख रुपये चेक संख्या 434314 19/09/2022 के माध्यम से एसबीआई शाखा बीडी मार्ग लखनऊ में भुगतान किया। दोनों पक्षों के बीच यह सहमति बनी थी कि शेष 5 लाख रुपये का भुगतान होने पर 5,000 वर्गफुट भूमि की रजिस्ट्री कर्नल जग्गी के नाम कर दी जाएगी।आरोप है कि अप्रैल 2025 में जब कर्नल जग्गी के पास शेष राशि की व्यवस्था हो गई और उन्होंने रजिस्ट्री कराने की बात कही तो विनोद व प्रमोद उपाध्याय टालमटोल करने लगे। बार-बार संपर्क करने पर दोनों ने अभद्र व्यवहार करते हुए गाली-गलौच शुरू कर दी और जान से मारने की धमकियां भी दीं। इसके बावजूद न तो जमीन की रजिस्ट्री कराई गई और न ही अब तक ली गई रकम वापस की गई।पीड़ित ने बताया कि जब वह आरोपियों के कार्यालय पहुंचे तो वहां ताला लटका मिला। आसपास के लोगों से पूछताछ में पता चला कि उक्त बिल्डरों ने सैकड़ों लोगों के साथ इसी तरह जमीन के नाम पर धोखाधड़ी की है। बताया जा रहा है कि कई मामलों में पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा जा चुका है।कर्नल अनिल कुमार जग्गी ने प्रशासन से मांग की है कि मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त विधिक कार्रवाई की जाए तथा उन्हें या तो उनके भूखंड पर कब्जा दिलाया जाए अथवा पूरी धनराशि वापस कराई जाए। स्थानीय लोगों में भी इस घटना को लेकर आक्रोश है और बिल्डर माफिया पर कठोर कार्रवाई की मांग उठ रही है।
