लखनऊ। मोहनलालगंज में तेज बुखार आने के बाद हुई खून जांच की रिपोर्ट की लेटलतीफी के फेर में दहियर के शमसुदीन की शनिवार को मौत हो गई। इसके बाद भी सीएचसी मोहनलालगंज के जिम्मेदार नही जागे । कुछ पीड़ितों की माने तो शुक्रवार को हुई खून जांच की रिपोर्ट सोमवार तक उन्हें नही मिली जिसके चलते उनका इलाज नही शुरू हो सका। वही सीएचसी के अधीक्षक लगातार दावा कर रहे है कि रिपोर्ट दूसरे दिन ही बनकर तैयार होकर मिल जाती है।
मोहनलालगंज के दहियर गांव के शमसुदीन 65 को एक सप्ताह पहले बुखार आया जिस पर उनके परिजनों ने सीएचसी पर दिखाकर वही पर खून का सैम्पल देकर जांच करवाई। इस बीच डाक्टर ने मामूली बुखार की दवा दे दी घर ले जाने पर लगातार मरीज की हालत बिगड़ती रही इधर सीएचसी पर तीन दिन बीत जाने के बाद भी खून की रिपोर्ट नही मिली इस पर परिजन निजी अस्पताल ले गए और हालत बिगड़ने पर जिला में सैम्पल दे रहे थे।
अस्पताल ले जाते समय शमसुदीन ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने कहा यदि समय रहते है खून की रिपोर्ट मिल जाती और भर्ती करकर इलाज किया जाता तो शायद उनके घर के मुखिया की जान न जाती । मोनिका, सीमा, अखिलेश राजेश महेश सुखदीन ने बताया कि बीमार होने पर डाक्टर को दिखाया जिसके बाद डाक्टर ने जांच के लिये लिखा और शुक्रवार को सीएचसी पर खून देकर जांच करवाई जिसकी रिपोर्ट का इंतजार सोमवार तक किया पर सीएचसी पर खून की जांच रिपोर्ट नही मिली। हालत बिगड़ने पर बाहर निजी पैथालॉजी पर फिर से खून देकर जांच करवायी है। इसको लेकर कुछ लोगो ने सीएचसी अधीक्षक से शिकायत भी की पर उन्हें भी रिपोर्ट नही मिल सकी। सीएचसी मोहनलालगंज में नए भवन से लेकर पुराने भवन तक गंदगी का अंबार है। जिसके चलते आने वाले मरीज और बीमार हो रहे है। खून की जांच कराने वाले राजेश ने बताया अपनी पत्नी को लेकर खून का सैम्पल देने के गए तो जिस कमरे में सैम्पल दे रहे थे