
लखनऊ।निगोहां के लालपुर में राष्ट्रीय आल्हा गायक अहरवादीन मिश्रा की स्मृति में शनिवार को आल्हा महोत्सव का आयोजन किया गया।जिसमें पहुंचे लोकगीत गायको ने आल्हा गायन की शानदार प्रस्तुति दी।इस मौके पर क्षेत्रीय समाजसेवियो व पत्रकारो को भी सम्मानित किया गया। आल्हा महोत्सव का आयोजन में अपने साथियों के साथ पहुंचे आल्हा गायक अमित श्रीवास्तव ने क्षेत्र वासियों का मन मोह लिया। इसके आल्हा गायक काजल सिंह, रामरथ पाण्डेय, रामलखन, सहीराम, व शिवसिंह ने अपनी अपनी एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर रंग जमा दिया। उ०प्र० संस्कृति विभाग के ब्रांड एम्बेस्डर अमित श्रीवास्तव ने लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जायेगा एवं मछला हरज व वीर रस आल्हा सुनकर सैकड़ों की संख्या में उपस्थिति आल्हा प्रेमियों की खुब तालिया बटोरी।उन्होने रामचरित मानस व जटायु सदगति नाटक का सजीव मंचन कर दर्शनो का मन मोह लिया। उन्होने बताया कि रानी मल्हना के सम्मान के लिए पृथ्वीराज चौहान से लड़े थे आल्हा-ऊदल पृथ्वीराज चौहान के साथ उनकी यह आखरी लड़ाई थी। मान्यता है कि मां के परम भक्त आल्हा को मां शारदा का आशीर्वाद प्राप्त था, लिहाजा पृथ्वीराज चौहान की सेना को पीछे हटना पड़ा था। मां के आदेशानुसार आल्हा ने अपनी साग (हथियार) शारदा मंदिर पर चढ़ाकर नोक टेढ़ी कर दी थी जिसे आज तक कोई सीधा नहीं कर पाया है। कार्यक्रम का आयोजन अजय कांत मिश्रा, विजय कांत मिश्रा ने किया।इस मौके पर काफी संख्या में क्षेत्र के सम्मानित लोग मौजूद रहे।