
लखनऊ। नगराम के छतौनी गांव की रहने वाली सुनीता के पति सुनील मजदूरी करने गए थे। शनिवार दोपहर सुनीता ने फर्राटा पंखा लगाकर सरसों बनाने का काम शुरू किया। इस दौरान पंखे को इधर-उधर करने के दौरान पंखा में करंट उतर आया और सुनीता करंट की चपेट में आ गई। वहीं पास में बैठी बेटी ने मां को तड़पता हुआ देख उनकी बेटी अनमोल (8) मां को बचाने दौड़ी तो वह भी करंट में चिपक गयी। इस बीच घर के अन्य बच्चों ने शोर मचाया तो राहगीर और परिवारीजन किसी तरह से बिजली को काटा और बेहोशी की हालत में दोनों को निगोहा के एक निजी चिकित्सालय लेकर पहुँचे। जहां पर हालत ज्यादा नाजुक होने के कारण उन्हें तुरंत सीएससी मोहनलालगंज के लिए रेफर किया गया। जब तक परिवारीजन दोनों को लेकर सीएससी मोहनलालगंज पहुंचते, दोनों मां – बेटी ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। सीएससी पहुँचने पर मौजूद डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। वहीं जैसे ही मां बेटी की मौत की खबर घर पहुंची तो घर में कोहराम मच गया। मृतका की तीन बेटियां थी और एक लड़का था।