
लखनऊ। जिले में रविवार को करवा चौथ का पर्व महिलाओं ने धूमधाम के साथ मनाया। दिन ढलने के साथ ही सुहागिन महिलाओं की निगाहें आसमान में चांद को निहार रही थीं, देर शाम धुंधले अंधेरे में जैसे ही चांद का दीदार हुआ सुहागिनों के साथ-साथ उनके पति के चेहरे भी खिल उठे।
पति-पत्नी ने एक साथ चांद का दीदार किया और निर्जला व्रत का पारण किया। इससे पहले सुहागिन महिलाओं ने विभिन्न मंदिरों में जाकर व्रत की कथा सुनी। उधर, पर्व को लेकर पूरे दिन बाजारों में चहल-पहल बनी रही। नगर समेत ग्रामीण अंचलों में रविवार को पति-पत्नी के रिश्ते को प्रगाढ़ता प्रदान करने एवं पति की लंबी उम्र की कामना के लिए सुहागिनों करवाचौथ का व्रत पूरे विधि-विधान से रखा। सुबह महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखा और दिन में करवा चौथ से जुड़ी कथा मंदिरों और एक दूसरे के घरों में जाकर सुनीं। इस दौरान सभी घरों में महिलाओं ने अलग-अलग तरह के व्यंजन भी बनाए।

रविवार की शाम को आसमान में जैसे ही चांद का दीदार हुआ लोगों ने खूब पटाखे छोड़े। एक बारगी तो ऐसा प्रतीत हुआ कि जैसे दीवाली का धूम मची हो। सुहागिनों ने अपने जीवन साथी के साथ चांद का दीदार किया और दिन भर की उम्मीदों को मूर्त रूप दे दिया। चांद को अर्घ दिया और सजना ने अपने हाथ से सजनी को पानी पिलाकर व्रत खुलवाया। इस दौरान सभी छतों पर महिलाएं एक साथ दिखाई दीं। इससे पूर्व दिन भर सुहागिनों ने अपने सजना की दीर्घायु की कामना को रखे जाने वाले करवा चौथ के व्रत को पूरी श्रद्धा के साथ रखा।करवाचौथ व्रत से पति के जीवन में नहीं आता कष्टदोहरीघाट। पति की लंबी उम्र के लिए सुहागिने महिलाओं ने करवाचौथ का निर्जल व्रत रविवार को पूरे दिन रखा। साथ ही साथ देर शाम को भगवान चंद्रमा का दर्शन होने के साथ ही पति का चलनी के माध्यम से दीदार करके महिलाओं ने करवां चौथ व्रत का परायण किया।ऐसी मान्यता है कि करवाचौथ व्रत रखने से पति के जीवन में किसी भी तरह का कष्ट नहीं आते हैं। साथ ही पति को लंबी आयु की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रख रोहिणी नक्षत्र में पूजन करने से सुहागिनों के पति को दीर्घायु होते हैं और दांपत्य जीवन में मधुरता आती है। इसके साथ ही इस दिन सिद्धि योग भी बन रहा है।