
(दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में दूसरे दिन “कृत्रिम बुद्विमता में चुनौतियाँ और अवसर:इजीनियरिंग और प्रबंधन अनुप्रयोग पर वक्ताओ ने अपने विचार किये साझा)
मोहनलालगंज।मोहनलालगंज के अम्बालिका इंस्टीट्यूट आँफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन “कृत्रिम बुद्विमता में चुनौतियाँ और अवसर:इंजीनियरिंग और प्रबंधन अनुप्रयोग(COAIEMA-2025) का शनिवार को समापन हुआ।मुख्य अतिथि सरोजनीनगर विधायक राजेश्वर सिंह ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये नैतिक शासन और तकनीकी प्रगति के संतुलन की आवश्यकता पर बल दिया,जिससे ए आइ समाज के लिये एक लाभदायक साधन बन सके।उन्होने अपने कानून प्रवर्तन और सार्वजनिक सेवा अनुभवो के आधार पर उत्तरदायी एआई विकास की जरूरत को रेखांकित किया।ए आईएमटी की उपाध्यक्ष व रामपुर खास विधायक आराधना मिश्रा ने ए आई के क्षेत्र में शिक्षण संस्थानो की भूमिका पर प्रकाश डाला।उन्होने एआईएमटी जैसे संस्थानो को भविष्य की पीढी को एआई की शक्ति को सकारात्मक दिशा में उपयोग करने के लिये तैयार करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने वाला बताया।एआईएमटी के अध्यक्ष अम्बिका मिश्रा ने अतिथियो को पुष्प गुच्छ व स्मृति चिंह भेटकर स्वागत किया।इस मौके पर पूर्व आईआरएस अधिकारी रामेश्वर सिंह,निदेशक प्रोफेसर आशुतोष द्विवेदी,अतिरिक्त निदेशक प्रोफेसर श्वेता मिश्रा समेत सभी डीन एवं सकांय सदस्य व छात्र मौजूद रहे।वक्ताओ ने एआई में उभरते रुझानों पर डाला प्रकाश डाला…..सुबह के सत्र में यूएसए से जुड़े श्री बृज एन सिंह ने एक वर्चुअल सत्र के माध्यम से नवीनतम शोध और एआई में उभरते रुझानों पर प्रकाश डाला। आईआईआईटी लखनऊ के डॉ दीपक सिंह ने डेटा सर्वेक्षण पद्धतियों पर विस्तृत जानकारी दी, जबकि यूनिवर्सिटी ऑफ वारविक, यू.के. के श्री अमीर रज़ा ने “सतत विकास और नैतिक कृत्रिम बुद्धिमत्ता” की महत्वपूर्णता को रेखांकित किया।बेंगलुरु स्थित केएसजी सेंटर फॉर क्वालिटी माइंड्स के निदेशक प्रोफेसर डाॅ० केएस गुप्ता ने छात्रों से संवाद करते हुए “रिवर्स ग्लास सिंड्रोम” और आत्म-देखभाल के महत्व पर चर्चा की।एमएनएनआईटी प्रयागराज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मनीष तिवारी ने लोट और एआई के अनुप्रयोगों के बीच तालमेल पर बात रखी। वहीं, मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया से श्री देवेंद्र गुप्ता ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में मौजूदा चुनौतियों और अवसरों पर अपना दृष्टिकोण साझा किया। कैलिफोर्निया, अमेरिका से श्री शिवेश सिन्हा ने एएमडी में एआई कार्यांन्वयन की व्यावहारिक जानकारी दी और कंपनी के नवीनतम जीपीयू के विकास प्रयासों पर चर्चा की।