
लालगंज/ रायबरेली –
शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी जनपद के प्रतिष्ठित बैसवारा महाविद्यालय में प्राचार्य प्रोफेसर शीला श्रीवास्तव के कुशल नेतृत्व एवं प्रबंधक श्री लाल देवेंद्र बहादुर सिंह के निर्देशन में अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी दिवस के अवसर पर भूगोल विभाग के तत्वाधान में हमारी पृथ्वी संकट में है विषयक एक वाद- विवाद प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर शीला श्रीवास्तव ने सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारी पृथ्वी के पास मानव की आवश्यकता पूर्ति की क्षमता तो है किंतु उसके लोभ को पूर्ण करने की क्षमता नहीं ।महाविद्यालय के प्रबंधक श्री लाल देवेंद्र बहादुर सिंह ने बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें प्रकृति का सम्मान करना चाहिए और अधिक से अधिक पौधारोपण करने की सलाह सभी छात्र-छात्राओं को दिया।
महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी, डॉ. रमेश चंद्र यादव ने बताया कि भाग लेने वाले प्रतियोगियों में प्रथम स्थान संयुक्त रूप से बी .ए . छठे सेमेस्टर की छात्रा प्रिया और चतुर्थ सेमेस्टर की छात्रा अनुप्रिया का रहा। द्वितीय स्थान पर बीए छठे सेमेस्टर के छात्र रुद्रांश दीक्षित, तृतीय स्थान बीए चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र देवांश गुप्ता रहा । विकास साहू और अवनीश कुमार को सांत्वना स्थान प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम की रूपरेखा भूगोल विभाग के सहायक आचार्य डॉ वीरेंद्र कुमार यादव ने प्रस्तुत किया तथा डॉ यादव ने आगे बताया कि कि पृथ्वी दिवस 1970 से मनाया जा रहा है और संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी 2009 में इसे मान्यता दे दी है ताकि पृथ्वी पर मानव का कार्बन फुटप्रिंट कम किया जा सके तथा पृथ्वी पर होने वाले संकट को रोका जा सके । भूगोल भाग के सहायक आचार्य डॉ के के दीक्षित ने कहा कि पृथ्वी हमारी मां है जो हमारा जन्म देने वाली जननी माँ के सामान है। इसलिए हमें पृथ्वी के संसाधनों का अनुकूलतम अनुप्रयोग करना चाहिए। समाजशास्त्र के विभागध्यक्ष एवं पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार सिंह ने अपने उद्बोधन में बताया कि हमें पृथ्वी को बचाने के लिए व्यक्तिगत प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। अन्यथा हमें एक दिन पानी की बोतल की तरह सांस लेने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर भी लेकर चलना पड़ेगा। डॉ सत्येंद्र सिंह ने अपने भाषण में कहा की हमारी संस्कृति पर्यावरण अनुकूल है। अगर हम अपनी संस्कृति का अनुकरण करे तो पर्यावरण संरक्षण स्वयं ही हो जायेगा।
इस मौके पर महाविद्यालय परिवार के प्रोफेसर निरंजन राय ,प्रोफेसर पुष्पा बरनवाल, प्रोफेसर कुंदन कुमार, डा अजय कुमार सिंहा, डॉ सूर्य प्रकाश मिश्रा , डा सत्यद्र सिंह, डा नवीन कुमार विश्वकर्मा, डा संजीव कुमार मिश्रा, डॉ प्रवीण सिंह, डा सुरजन यादव, डा वीरेंद्र कुमार यादव, डा संदीप कनौजिया, डा नवीन कुमार सिंह, डॉ सूर्य प्रकाश वर्मा , डा मनोज कुमार त्रिपाठी,श्रीमती नीलम शुक्ला, लेखाकार सुरेश कुमार गुप्ता , विज्ञान संकाय से इंदु त्रिपाठी, रिया गुप्ता, कांची बाजपेई, पूजा श्रीवास्तव, प्रखर राज श्रीवास्तव, शिवचंद्र, हरिश्चंद्र, विजय बहादुर सिंह , शिव शंकर वर्मा, विशाल आदि समस्त महाविद्यालय के सदस्य उपस्थित रहे ।