(मोहनलालगंज तहसील के पुरहिया में बुजुर्ग किसान की एक करोड़ की कीमत की डेढ बीघा जमीन जालसाजो ने दो लाख रूपये में करायी रजिस्ट्री,रजिस्ट्री में लगा आठ लाख का चेक भी हुआ बाउंस)
मोहनलालगंज।मोहनलालगंज तहसील क्षेत्र के पुरहिया गांव में स्थित बुजुर्ग किसान की एक करोड़ रूपये कीमत की बेशकीमती जमीन पर नजर गड़ाये जालसाजो ने धोखाधड़ी करते हुये एक निजी हास्पिटल के मालिक के नाम दो लाख रूपये में रजिस्ट्री करा दी।वही रजिस्ट्री में दर्शाया गया किसान को दिया गया आठ लाख रूपये का चेक भी बाउंस हो गया।पीड़ित बुजुर्ग किसान ने पूरे मामले की अपर पुलिस महानिदेशक व सीएम जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है।रायबरेली जनपद के शिवगढ थाना क्षेत्र के पाराकला गांव निवासी 70वर्षीय बुजुर्ग किसान रामविश्वास ने अपर पुलिस महानिदेशक समेत सीएम जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत करते हुये बताया उसकी कृषि योग्य डेढ बीघे जमीन मोहनलालगंज तहसील के पुरहिया गांव में सड़क किनारे है जिसकी मौजूद कीमत एक करोड़ रूपये के आस-पास है उक्त भूमि पर नजर गड़ाये नीरज सिंह निवासी शेरपुर लवल थाना निगोहां व तस्वीर सिंह सरदार ने अपने साथियो के साथ मिलकर उसे झांसे से 12दिसम्बर2024 को मोहनलालगंज ले जाकर नशीली चाय व बिस्कुट खिलाकर सब रजिस्टार आफिस ले जाकर निजी हास्पिटल के मालिक ईशा त्यागी निवासी तेलीबाग थाना पीजीआई के नाम रजिस्ट्री कराने के बाद उसे नशे की हालत में आठ लाख रूपये का एक चेक व दो लाख रूपये नगद थमाकर जालसाज बछरावां कस्बे में छोड़कर फरार हो गये।एक सप्ताह बाद जमीन की रजिस्ट्री होने की जानकारी हुयी तो उसके होश उड़ गये।रजिस्ट्री में दर्शाया गया आठ लाख रूपये का चेक जब उसने बैंक में लगाया तो वो भी बाउंस हो गया।पीड़ित किसान ने बताया जिसके बाद निगोहां थाने समेत पुलिस के उच्चाधिकारियो से शिकायत कर कार्यवाही की मांग की लेकिन कोई कार्यवाही नही हुयी।थाना प्रभारी अनुज कुमार तिवारी ने बताया बुजुर्ग किसान के द्वारा सीएम जनसुनवाई पोर्टल पर दर्ज करायी गयी शिकायत की जांच की जा रही है।जांच के बाद आगे की कार्यवाही के लिये उच्चाधिकारियो को रिपोट भेजी जायेगी।एग्रीमेंट कैसिंल कराने का झांसा देकर जालसाज लाये थे तहसील…पीड़ित बुजुर्ग किसान ने बताया जालसाज उसे 2022 में जमीन का किया गया एग्रीमेंट कैसिंल कराने का झांसा देकर मोहनलालगंज तहसील लाये थे,जहां पर उसे नशीली चाय व बिस्कुट खिलाकर नशे में होने पर उसकी डेढ बीघे जमीन की रजिस्ट्री करा दी ओर उसके बैग में नगद दो लाख रूपये व एक आठ लाख रूपये का चेक रखकर उसे बछरावा कस्बे में छोड़कर चपंत हो गये।बुजुर्ग ने बताया फर्जीवाड़े का पता लगने के बाद से वो उम्र के आखिरी पड़ाव में भी कार्यवाही के लिये अफसरो की चौखटो के चक्कर लगा रहा है।
