
लखनऊ।मोहनलालगंज तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत भौरा कला में ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जे और प्लॉटिंग का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने इस गंभीर मुद्दे को लेकर उपजिलाधिकारी (एसडीएम) अंकित शुक्ला से शिकायत की है।
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत भौरा कला की गाटा संख्या 472, 478, 479 और 497 की लगभग 20 बीघा सरकारी भूमि पर ग्राम प्रधान की मिलीभगत से एक प्रॉपर्टी डीलर द्वारा कब्जा कर लिया गया है। आरोप है कि ग्राम प्रधान की महिला होते हुए उनके पुत्र दिग्विजय चौरसिया की सांठगांठ से यह कब्जा हुआ है और खुलेआम प्लॉटिंग कर भूमि को बेचा जा रहा है।ग्रामीणों ने बताया कि इस मामले को लेकर कई बार तहसील और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को शिकायतें दी जा चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। न ही भूमि से अतिक्रमण हटाया गया और न ही किसी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।शिकायतकर्ताओं ने एसडीएम से मांग की है कि इस मामले को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए तत्काल प्रभाव से राजस्व विभाग की एक निष्पक्ष और सक्षम टीम मौके पर भेजी जाए। मौके पर जाकर जांच कर यह सुनिश्चित किया जाए कि ग्राम समाज की भूमि पर हुए अवैध कब्जे को तत्काल हटवाया जाए। साथ ही, दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज कराई जाए।ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन द्वारा शीघ्र उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो इसका सीधा संदेश यह जाएगा कि सरकारी भूमि पर कब्जा कर उसे बेचने वाले पूरी तरह निरंकुश हैं और प्रशासन मौन है।
प्रशासन की साख दांव पर……….
इस प्रकरण ने तहसील प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो आने वाले समय में अन्य ग्राम पंचायतों में भी इस तरह के अवैध कब्जों को बढ़ावा मिल सकता है। ग्रामीणों ने उम्मीद जताई है कि एसडीएम अंकित शुक्ला इस मामले में निष्पक्षता से कार्रवाई कर ग्राम समाज की भूमि को मुक्त कराएंगे और दोषियों को सख्त सजा दिलाएंगे।