
लखनऊ। डीसीपी ट्रैफिक कमलेश दीक्षित के निर्देशन में लखनऊ यातायात पुलिस द्वारा चलाए जा रहे सड़क सुरक्षा अभियान के अंतर्गत राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार को अहमामऊ चौराहे पर एक विशेष हेलमेट वितरण एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें करीब 50 दोपहिया वाहन चालकों को नि:शुल्क हेलमेट वितरित किए गए।इस जागरूकता कार्यक्रम की अगुवाई एसीपी ट्रैफिक इंद्रपाल सिंह ने की। उनके साथ ट्रैफिक इंस्पेक्टर शैलेश पांडे, ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर विकास सिंह, दीपचंद, अभिनंदन और सावक सिंह भी मौजूद रहे। टीम ने वाहन चालकों को रोक कर हेलमेट के उपयोग की आवश्यकता और यातायात नियमों के पालन की जानकारी दी। लोगों को बताया गया कि हेलमेट सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि जीवन रक्षक उपकरण है, जो सड़क हादसों के दौरान गंभीर चोटों से बचा सकता है।कार्यक्रम के दौरान ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने राहगीरों, दोपहिया वाहन चालकों और युवाओं से सीधे संवाद कर सड़क सुरक्षा की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि बिना हेलमेट के वाहन चलाना कानूनन अपराध है और इससे न केवल जुर्माना भरना पड़ सकता है बल्कि जान भी जोखिम में पड़ती है।डीसीपी ट्रैफिक कमलेश दीक्षित ने बताया कि हमारा मुख्य उद्देश्य लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक कर सड़क हादसों में कमी लाना है। हेलमेट वितरण जैसे अभियानों के जरिए हम यह संदेश देना चाहते हैं कि सड़क पर सुरक्षा सबसे पहले होनी चाहिए।यातायात पुलिस के इस प्रयास की स्थानीय लोगों और वाहन चालकों ने सराहना की और भविष्य में हेलमेट का नियमित उपयोग करने का संकल्प लिया।इस प्रकार के अभियान आने वाले दिनों में लखनऊ के अन्य प्रमुख चौराहों और इलाकों में भी आयोजित किए जाएंगे ताकि अधिक से अधिक लोग यातायात नियमों के प्रति जागरूक हों और राजधानी की सड़कों को सुरक्षित बनाया जा सके।