तीन दशक से कुटिया में रह रहे थे गुरु प्रसाद, नींद में पड़ा हाथ कैरट पर और बैठा था विषैला सर्प……
निगोहां।लखनऊ, निगोहां। थाना क्षेत्र के राती ग्राम पंचायत से दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। गांव के बाहर वर्षों से कुटिया बनाकर रह रहे 80 वर्षीय बुजुर्ग गुरु प्रसाद रावत की सर्पदंश से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, सोमवार देर रात करीब एक बजे जब वह अपनी कुटिया में सो रहे थे, उसी दौरान एक कैरट में बैठे जहरीले सांप ने उन्हें डस लिया।बताया जा रहा है कि बुजुर्ग गुरु प्रसाद रावत बीते करीब 30 वर्षों से गांव के पास खेल मैदान के किनारे स्थित एक मंदिर के पास अपनी पत्नी रामप्यारी के साथ कुटिया बनाकर रह रहे थे। रोज की तरह सोमवार रात भी वह अपनी कुटिया में सो रहे थे। उनके पास ही एक कैरट रखी थी, जिसमें एक जहरीला सर्प छुपा हुआ था। जैसे ही नींद में उनका हाथ कैरट पर पड़ा, सर्प ने झपटकर हाथ में डस लिया।सर्पदंश के बाद भी गुरु प्रसाद ने साहस दिखाते हुए सांप को पकड़ा और उसे एक झोले में बंद कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही उनके बेटे पवन कुमार तुरंत मौके पर पहुंचे और पिता को निजी वाहन से लेकर महनलालगंज सीएचसी पहुंचे। वहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने सिविल अस्पताल रेफर कर दिया।सिविल अस्पताल में तीन इंजेक्शन लगाए गए, लेकिन मरीज की बिगड़ती हालत देखकर डॉक्टरों ने उन्हें मेडिकल कॉलेज ले जाने की सलाह दी। परिजनों ने स्थिति गंभीर देखते हुए उन्हें घर ले जाने का निर्णय लिया और पारंपरिक इलाज का सहारा लिया।घर लौटने के बाद दूर-दराज से आए साधु-संतों ने जड़ी-बूटी से इलाज शुरू किया। बंगाली बाबा को भी बुलाया गया, जिन्होंने पहले पारंपरिक जड़ी-बूटी दी, फिर बीन बजाकर इलाज का प्रयास किया। लेकिन काफी प्रयासों के बावजूद गुरु प्रसाद की जान नहीं बचाई जा सकी।ग्रामीणों में घटना को लेकर गहरा शोक है। लोगों ने बताया कि गुरु प्रसाद रावत धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे और वर्षों से गांव से अलग शांत जीवन बिता रहे थे। हादसे के बाद गांव में शोक की लहर है।
