निगोहां। लखनऊ।निगोहां क्षेत्र के उतरावां गांव स्थित बाबा जगन्नाथ दास कुटी हनुमान मंदिर में 9 दिवसीय श्रीराम कथा का शुभारंभ बड़े ही श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ हुआ। प्रथम दिवस की कथा का वाचन आचार्य ज्ञानेश त्रिपाठी ने किया।कथा व्यास आचार्य ज्ञानेश त्रिपाठी ने कहा कि श्रीराम कथा जीवन में प्रयोग का विषय है। कथा मनुष्य को परमात्मा की भक्ति से जोड़ती है और मन को आस्थावान बनाती है। उन्होंने कहा कि श्रीरामचरितमानस शास्त्रसम्मत ग्रंथ है, जो शास्त्रों के नियमों का निरूपण करके जीवन की व्यवस्था प्रदान करता है और वेद ज्ञान देकर अस्तित्व का अनुभव कराता है।उन्होंने श्रद्धा और विश्वास के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब तक जीवन में श्रद्धा नहीं बनती, तब तक विश्वास प्रकट नहीं होता। माता पार्वती श्रद्धा का और भगवान शिव विश्वास का स्वरूप हैं। श्रीहनुमान जी महाराज कथा के रसिक श्रोता हैं, वहीं राधारानी साक्षात भक्ति का स्वरूप मानी जाती हैं।कथा व्यास ने नाम जप की महिमा पर विशेष जोर देते हुए कहा कि कलियुग में प्रभु नाम ही एकमात्र सहारा है, जिससे भवसागर से पार पाया जा सकता है। साथ ही गौ की महिमा का विस्तार से व्याख्यान करते हुए उन्होंने कहा कि गौ में सभी देवताओं का वास है और कथा मंच से गौ को राज्य माता का दर्ज़ा दिए जाने की अपील की।इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य अरुण यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कथा का आयोजन शैलेंद्र सिंह चौहान द्वारा कराया गया, जबकि संपूर्ण कार्यक्रम की व्यवस्था निगोहां प्रेस क्लब के अध्यक्ष विमल सिंह चौहान ने बखूबी संभाली।कथा श्रवण के दौरान श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से उपस्थित होकर कथा का रसपान किया। पूरा मंदिर परिसर राम नाम के जयकारों और भक्ति गीतों से गुंजायमान हो उठा आयोजन समिति ने बताया कि दूसरे दिन कथा में भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव का प्रसंग प्रस्तुत किया जाएगा। इस दौरान मंदिर परिसर को विशेष रूप से सजाया जाएगा और श्रद्धालु भक्ति भाव से प्रभु के जन्मोत्सव का उत्सव मनाएंगे।
