
मोहनलालगंज। लखनऊ,मोहनलालगंज विकास खण्ड क्षेत्र के कस्बा सिसेण्डी की दुर्दशा ने व्यापारियों और स्थानीय निवासियों का जीना मुहाल कर दिया है। जगह-जगह जलभराव, टूटी-फूटी सड़कें, नालियों का जाम होना और सड़कों पर कूड़े के ढेर से कस्बा नरक का दृश्य प्रस्तुत कर रहा है। इससे परेशान व्यापारियों और कस्बावासियों ने सोमवार को विकास खण्ड अधिकारी आशुतोष श्रीवास्तव से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया।कस्बा सिसेण्डी की आबादी लगभग बारह हजार है, जहां मुख्य बाजार, रानी बाजार और मनिहारन टोला की स्थिति बेहद खराब है। रानी बाजार की सड़क पूरी तरह से जलमग्न हो चुकी है, सड़क तालाब जैसी दिखाई दे रही है। बारिश के पानी और जाम नालियों के कारण बाजार का बड़ा हिस्सा लगातार पानी में डूबा रहता है। इससे न केवल व्यापारियों की दुकानें प्रभावित हो रही हैं, बल्कि खरीदारी करने आने वाले लोगों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि सिसेण्डी जैसे बड़े कस्बे में स्वच्छता और मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी है। सड़कें जगह-जगह से टूटी पड़ी हैं, नालियों की सफाई महीनों से नहीं हुई है और कूड़ा निस्तारण की कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं है। इससे बाजार के दोनों ओर गंदगी का अंबार लग गया है।सिसेण्डी उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष इमरान खान, महामंत्री विरेंद्र शुक्ला सोनू, उपाध्यक्ष अंजनी शुक्ला, संगठन मंत्री अब्दुल हमीद, सईद अख्तर, प्रदीप गुप्ता, संजय सिंह सहित वरिष्ठ समाजसेवी एवं पत्रकार ललित दीक्षित ने बीडीओ से मुलाकात कर कहा कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो व्यापारियों को आंदोलन का सहारा लेना पड़ेगा।व्यापारियों की समस्या सुनने के बाद बीडीओआशुतोष श्रीवास्तव ने तत्काल संज्ञान लेते हुए कस्बे की समस्याओं के निराकरण के लिए एडीओ पंचायत, जेई तथा सचिव डीपी सिंह की संयुक्त टीम गठित की है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही नालियों की सफाई, सड़क की मरम्मत और कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था कराई जाएगी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कस्बे की उपेक्षा लंबे समय से होती आ रही है, लेकिन अब धैर्य की सीमा टूट चुकी है। सभी ने जिम्मेदार अधिकारियों से अपील की है कि कस्बे को जल्द से जल्द गंदगी और जलभराव की समस्या से मुक्त कराया जाए।