लखनऊ। निगोहां-नगराम मार्ग स्थित ब्राइट स्टार्ट कान्वेंट स्कूल में इन दिनों बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। बंदर कक्षाओं में घुसकर बच्चों को डराने, टिफिन और बैग उठाकर ले जाने जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इससे जहां पढ़ाई बाधित हो रही है, वहीं बच्चों की सुरक्षा पर भी संकट मंडरा रहा है। मंगलवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक बंदर अचानक कक्षा में घुस गया। सभी बच्चे चीखने लगे और भागकर किनारे खड़े हो गए। इस दौरान कक्षा दो का एक छात्र सहमकर अपनी सीट पर ही घुटनों के बल खड़ा रह गया। बंदर ने बच्चे का बैग फाड़कर टिफिन निकाल लिया और कक्षा से भाग निकला। डर के मारे बच्चा जोर-जोर से रोने लगा।सूचना पर पहुंचे अभिभावकों ने वन विभाग को अवगत कराया। टीम मौके पर पहुंची और बंदरों को स्कूल परिसर से खदेड़ा।
कासिमपुर निवासी जुगल किशोर, रामपुर के वीरेंद्र, डिघारी के कुलदीप पाल, आलोक पाल, महेश और दुर्गेन्द मिश्रा, नितिन मिश्रा सहित कई अभिभावकों ने बताया कि एक महीने से स्कूल में बंदरों का आतंक जारी है। बंदरों के डर से कई परिवार बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर चुके हैं। अभिभावकों का कहना है कि शिकायत करने पर स्कूल प्रशासन ने खुद को भी असहाय बताया और वन विभाग पर जिम्मेदारी डाल दी। स्कूल इंचार्ज अनुजा ने बताया कि स्कूल में 250 बच्चे पढ़ते हैं। कटखने बंदर लगातार कक्षाओं में घुस आते हैं और टिफिन छीनकर भाग जाते हैं। इससे बच्चों के मन में डर बैठ गया है और पढ़ाई प्रभावित हो रही है।वन डिप्टी रेंजर अभिषेक चौधरी ने बताया कि टीम मौके पर गई थी और बंदरों को भगाया गया है। यह बंदरों की ऐसी किस्म है, जिन्हें पकड़ने की जिम्मेदारी वन विभाग की नहीं है। इसका प्रबंधन ग्राम प्रधान और नगर पंचायत को करना चाहिए। ग्रामीणों और अभिभावकों ने प्रशासन से मांग की है कि स्कूलों व रिहायशी क्षेत्रों से बंदरों का आतंक खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि बच्चों को सुरक्षित माहौल मिल सके।
