
राज्य मंत्री की अगुवाई में राहुल का काफिला रोकने की कोशिश
रायबरेली।नेता प्रतिपक्ष व सांसद राहुल गांधी बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर रायबरेली पहुंचे।इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनका काफिला रोकने की कोशिश की और जोरदार नारेबाजी की।खास बात यह रही कि इस पूरे प्रदर्शन की अगुवाई प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह कर रहे थे।पुलिस प्रशासन भी मौके पर बेबस नजर आया और राहुल को वहां से निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।हंगामे के बाद मीडिया से बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी की वोट चोरी पूरे देश में बेनकाब हो चुकी है,इसलिए बीजेपी के लोग डिस्टर्ब हैं।उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र,हरियाणा और दूसरे राज्यों के साथ-साथ वोट चोरी की चर्चा पूरे देश में हो रही है।राहुल के इस बयान के बाद संकेत मिल रहे हैं कि कांग्रेस इस मुद्दे पर जल्द ही कोई बड़ी मुहिम छेड़ सकती है।राहुल गांधी के कार्यक्रम के अनुसार बुधवार को उनका काफिला बछरावां में प्रवेश करने पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष पंकज तिवारी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया।इसके बाद वे हरचंदपुर के बटोही रिसार्ट पहुंचे जहां उन्होंने बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं से संवाद किया।फिर शहर में प्रजापति समाज के कार्यक्रम में पहुंचे और आम चुनाव में समर्थन देने के लिए आभार जताया।गोरा बाजार में नगर पालिका द्वारा बनवाए गए सम्राट अशोक स्मारक का लोकार्पण करने के बाद राहुल गांधी मुलिहामऊ गांव गए।वहां उन्होंने वीरापासी को श्रद्धांजलि अर्पित की और पौधरोपण किया।इसके बाद वे ऊँचाहार के लिए रवाना हो गए,जहां उन्होंने बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर वोट चोरी के मुद्दे पर खुलकर बात रखी और जनता से अधिक से अधिक जागरूक होने की अपील की।निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राहुल गांधी रात में एनटीपीसी गेस्ट हाउस में विश्राम करेंगे।गुरुवार को वहां आम जनता से मुलाकात करने के बाद बचत भवन मीटिंग हॉल में जिला प्रशासन के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में शामिल होंगे।
“माँ की गाली कोई नागरिक बर्दाश्त नहीं करेगा : दिनेश सिंह”
रायबरेली।राहुल गांधी का काफिला रोके जाने पर राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी सफाई पेश की।उन्होंने कहा कि बिहार में राहुल गांधी की सभा से प्रधानमंत्री की माता जी को गाली दी गई थी और आज तक न तो राहुल ने खेद जताया न ही निंदा की।उन्होंने कहा कि मां का सम्मान सबको प्रिय है और मोदी जी की माँ को गाली देना कोई नागरिक बर्दाश्त नहीं करेगा।दिनेश सिंह ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता सड़क किनारे शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे लेकिन पुलिस ने उनसे बदसलूकी कर माहौल बिगाड़ दिया।उन्होंने पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठाए और कहा कि राहुल गांधी को कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त है लेकिन जिस तरह उनके दौरे पर दो दिन का रूट डायवर्जन कर आम जनता को परेशान किया जा रहा है,यह उचित नहीं है।उन्होंने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच और कार्रवाई की मांग की है।
राहुल का काफिला रोकने पर कांग्रेस का पलटवार
रायबरेली – रायबरेली कांग्रेस जिला प्रवक्ता सिद्धार्थ त्रिवेदी ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों और संवेदनशीलता के खिलाफ गंभीर अशोभनीय कृत्य बताया। वहीं दूसरी ओर देश के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के रायबरेली दौरे में उनके काफिले की सुरक्षा में हुए व्यवधान के लिए रायबरेली पुलिस प्रशासन, एलआइयू पर भी सवाल उठ रहे हैं कि इतनी बड़ी संख्या में लोग कैसे हाइवे पर इकट्ठा हो गए।
सिद्धार्थ त्रिवेदी ने कहा कि “लोकतंत्र में सभी जनप्रतिनिधियों को स्वतंत्र और निर्भीक होकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने का अधिकार है। राजनीतिक असहमति को संवाद और सहिष्णुता से व्यक्त करना चाहिए, न कि अवरोध और अपमानजनक व्यवहार से।”
उन्होंने आगे कहा कि “राहुल गांधी देश के प्रमुख राजनेता हैं, वह लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष और रायबरेली से सांसद हैं।उन्होंने हमेशा जनहित और समाज की भलाई के लिए कार्य किये हैं। इस तरह का विरोध न केवल गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि यह हमारे लोकतंत्र को कमजोर करने वाला कदम है।”
सिद्धार्थ त्रिवेदी ने कहा कि प्रोपेगैंडा पार्टी के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह गाली वाले झूठ को, फेक नैरेटिव को सच बनाना चाहते हैं जबकि सच्चाई पूरी दुनिया के सामने आ चुकी है, कि न तो गाली देने के दौरान राहुल गांधी मंच पर थे, न ही गाली देने वाला व्यक्ति कांग्रेस पार्टी का सदस्य है। रायबरेली में भ्रष्टाचार, लूट, अन्याय, जनता के शोषण, विकास कार्यों में बाधा पहुंचाने की कलई कहीं खुल न जाए इसलिए ऊट पटांग अलोकतांत्रिक हरकतें कर ध्यान भटकाने कि कोशिशें हो रही हैं। अपनी ही पार्टी में हो रही अपनी उपेक्षा और बीते लोकसभा चुनाव में 4 लाख वोटों की हार से मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को गहरा मानसिक और राजनैतिक सदमा पहुंचा है। जनता द्वारा हर चुनाव में बुरी तरह हरा कर खारिज कर दिए जाने से मंत्री दिनेश प्रताप सिंह सिर्फ चर्चा में बने रहने, किसी तरह अपनी राजनैतिक प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए संघर्षरत हैं। उनके सामने अपनी ही पार्टी के सारे क्षत्रप उनको राजनैतिक बियावन में फेंकने को इकट्ठे हो चुके हैं, बीते दिनों उन सभी ने एक मंच पर आकर अपनी ताकत का प्रदर्शन भी किया है। दिनेश प्रताप सिंह पर इससे पहले भी नेशनल हाईवे के टोल टैक्स पर अराजकता और दबंगई कर जिला पंचायत सदस्यों के साथ मारपीट कर उन पर हमला करने, चोट पहुंचाने का आरोप लग चुका है। एक विधायक जो अब भाजपा में ही हैं मामले में पक्षकार हैं। राहुल गांधी और जनता के सामने रायबरेली में उनकी एक नहीं चल रही है, उनके सामने चुनाव लड़कर वह अपनी राजनीतिक हैसियत जान गए हैं। अपनी राजनीति का दीपक बुझता देख डिप्रेशन में अब वह अनर्गल प्रलाप, सड़कछाप हरकतों पर उतर आए हैं। जनता उनको अब गंभीरता से नहीं लेती।
सिद्धार्थ त्रिवेदी ने रायबरेली की महान जनता की सूझबूझ और और परिपक्वता की सराहना करते हुए कहा कि धन्य है रायबरेली की जनता जो पहले ही मंत्री दिनेश प्रताप सिंह की असलियत को समझकर उनको हर चुनाव में राजनीति का पाठ सिखाती रही है। उन्होंने
सभी राजनीतिक दलों और कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे लोकतांत्रिक मर्यादाओं का सम्मान करें और शांतिपूर्ण तरीके से अपने मतभेद रखें। उन्होंने कहा कि हमारा साझा लक्ष्य “एक शांतिपूर्ण और विकासशील भारत का निर्माण” होना चाहिए।