
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की सबसे चर्चित मोहनलालगंज कोतवाली में जब इंस्पेक्टर दिलेश कुमार सिंह ने चार्ज संभाला, तो अपराधियों के बीच खौफ और जनता के बीच विश्वास का नया दौर शुरू हुआ। उनकी दबंग कार्यशैली, ईमानदारी और निडरता का असर ऐसा हुआ कि इलाके में गुंडे, माफिया और सफेदपोश नेता तक थाना क्षेत्र छोड़कर भाग खड़े हुए। आज उनका नाम पुलिस महकमे में मिशाल के तौर पर लिया जा रहा है।*दलालों की दलाली खत्म, थाने की साख बढ़ी*इंस्पेक्टर दिलेश कुमार सिंह की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है।थानों से दलाली का खात्मा। जिन-जिन थानों में उनकी तैनाती हुई, वहां थाने के इर्द-गिर्द मंडराने वाले दलाल और फर्जी पैरवी करने वाले लोग पूरी तरह साफ हो गए। जनता को सीधी पहुंच मिली और थाने की साख तेजी से बढ़ी।जनपद हरदोई का थाना संडीला में हिस्ट्रीशीटर अपराधियों की थाने में परेड करवा कर साफ संदेश दिया कि अपराध बर्दाश्त नहीं होगा। वही जनपद लखीमपुर खीरी का थाना मोहम्मदी में कुख्यात कसाइयों को जेल की हवा खिलवाई और गौकसी पर पूरी तरह रोक लगाई।मोहनलालगंज कोतवाली में चार्ज लेते ही गुंडे-माफिया और सफेदपोश अपराधी क्षेत्र छोड़कर भाग गए। चोरी, डकैती, जानलेवा हमले जैसे अपराधों पर भी लगाम लगी।इंस्पेक्टर दिलेश कुमार सिंह की कार्यशैली की तारीफ सिर्फ जनता ही नहीं करती, बल्कि उनके वरिष्ठ अधिकारी भी उन्हें पुलिस महकमे का आदर्श चेहरा मानते हैं।एसीपी मोहनलालगंज रजनीश वर्मा ने कहा इंस्पेक्टर दिलेश कुमार सिंह जैसे अधिकारी पुलिस महकमे की असली ताकत हैं। उनकी वजह से अपराधियों पर नकेल कसी गई है और जनता का विश्वास पुलिस पर और गहरा हुआ है।डीसीपी दक्षिणी निपुण अग्रवाल ने भी उनकी कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा दिलेश कुमार सिंह ने अपने कठोर परंतु न्यायपूर्ण रवैये से पुलिस विभाग की छवि को निखारा है। वे आने वाले अधिकारियों के लिए मिशाल हैं।कई अन्य उच्चाधिकारियों ने भी उन्हें निडर, ईमानदार और जाबांज़ पुलिस अधिकारी बताया है।मोहनलालगंज कोतवाली क्षेत्र के व्यापारी और ग्रामीण कहते हैं कि लंबे समय बाद उन्हें ऐसा कोतवाल मिला है जो न केवल अपराधियों को खौफ देता है बल्कि आम जनता की समस्याओं को प्राथमिकता से हल करता है।आज इंस्पेक्टर दिलेश कुमार सिंह का नाम अपराधियों के लिए खौफ और जनता के लिए विश्वास का पर्याय बन चुका है। उनकी दबंग कार्यशैली, ईमानदारी और निडरता यह साबित करती है कि अगर पुलिस अधिकारी ठान लें तो अपराध और दलाली दोनों का सफाया संभव है। वे सचमुच पुलिस विभाग के लिए दिलेर और जाबांज़ मिशाल हैं।