
.मोहनलालगंज।लखनऊ,मोहनलालगंज में सेवानिवृत्त सैनिक के साथ आवासीय प्लाट दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी और दोहरी रजिस्ट्री का मामला सामने आया है। पीजीआई थाना क्षेत्र के डिफेंस कॉलोनी, तेलीबाग निवासी सूबेदार सेवानिवृत्त पुष्पराज सिंह ने बताया कि उन्होंने बीते वर्ष 2017 में एच.के. इन्फ्राविजन प्रा.लि. कंपनी के निदेशक विनोद उपाध्याय और प्रमोद उपाध्याय पर भरोसा कर कान्हा उपवन वैली योजना, मौरावां रोड में प्लाट खरीदा था।कंपनी ने योजना को आई एस ओ एलडीए और रेरा से स्वीकृत बताते हुए उन्हें बीते 28 सितम्बर 2017 को मोहनलालगंज उपनिबंधक कार्यालय में बैनामा कराया। इसके एवज में चौदह लाख पचासी हजार रुपए की धन राशि चेक से कंपनी खाते में जमा की गई। लेकिन आठ साल बीत जाने के बाद भी कब्जा नहीं दिया गया।पीड़ित का आरोप है कि कब्जा मांगने पर कंपनी संचालक टालमटोल करने लगे और बाद में धमकाने लगे। हाल ही में जानकारी हुई कि उसी प्लाट की रजिस्ट्री कानपुर निवासी उपेन्द्र कुमार के नाम भी एक दिन पहले ही हो चुकी है। इस तरह दोहरी रजिस्ट्री का खुलासा हुआ। पीड़ित रिटायर्ड सूबेदार पुष्पराज का कहना है कि कंपनी ने ग्रामसभा की जमीन को फर्जी कागजातों के जरिए दाखिल-खारिज कराकर प्लाट बेचा है। इसी तरह करीब सौ से अधिक सैनिक परिवारों से करोड़ों की ठगी की गई है।पीड़ित ने मांग की है कि कंपनी निदेशक विनोद उपाध्याय, प्रमोद उपाध्याय और उनके सहयोगी ओंकारनाथ पांडेय पर धोखाधड़ी, दोहरी रजिस्ट्री और संगठित अपराध की धाराओं में केस दर्ज कर कार्रवाई की जाए। वही मोहनलालगंज कोतवाली प्रभारी दिलेश कुमार सिंह ने बताया पीड़ित रिटायर्ड सूबेदार द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्यवाही की जा रही है।