निगोहां सहित लखनऊ व आसपास के जनपदों से पहुंच रहे श्रद्धालु
शारदीय नवरात्र के शुभारंभ के साथ ही मां विंध्यवासिनी के पावन धाम विंध्याचल में विन्ध्येश्वरी परिवार द्वारा आयोजित 15 दिवसीय भंडारे का शुभारंभ धूमधाम से हुआ। यह आयोजन बीते 38 वर्षों से लगातार प्रति वर्ष दो बार — शारदीय व चैत्र नवरात्रों में सम्पन्न होता आ रहा है। भंडारे में भाग लेने के लिए निगोहां क्षेत्र, वाजपेई खेड़ा, लखनऊ शहर सहित आसपास के कई जनपदों से हजारों श्रद्धालु पहुंचकर प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं।
इस दिव्य भंडारे की शुरुआत विन्ध्येश्वरी परिवार के स्मृतिशेष चाचा राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल ने की थी, जिन्हें मां की सेवा का संकल्प मिला था। आज भी यह परंपरा उसी श्रद्धा और सेवा भावना के साथ निभाई जा रही है। भंडारे का आयोजन विंध्याचल रेलवे स्टेशन के पास स्थित विंध्यवासिनी सेवाश्रम प्रांगण में किया जाता है, जहां प्रतिदिन प्रातः 10 बजे से सायं 4 बजे तक भव्य रूप से प्रसाद वितरण होता है।भंडारे के शुभारंभ अवसर पर विन्ध्येश्वरी परिवार के संरक्षक व सदर विधायक रत्नाकर मिश्र की उपस्थिति में महामाई की स्तुति, कन्यापूजन एवं पूजन-अर्चन के साथ विधिवत उद्घाटन हुआ।
आयोजक सोनू शुक्ल ‘विन्ध्येश्वरी’ ने जानकारी दी कि यह आयोजन केवल प्रसाद वितरण तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें धार्मिक संस्कार, कन्याओं के पांव पखारना, और भक्ति से ओतप्रोत सेवा भाव भी जुड़ा है। परिवार के मुखिया उमाशंकर शुक्ल व मोहनलालगंज ब्लॉक प्रमुख ओम प्रकाश शुक्ल ने बताया कि यह उनके लिए कोई आयोजन मात्र नहीं, बल्कि मां विंध्यवासिनी की सेवा का सौभाग्य है, जिसे वे पूरे मन, श्रद्धा और तन-मन से निभाते आ रहे हैं।नवरात्र के पावन दिनों में भक्तिभाव और सेवा की यह अद्भुत मिसाल, विन्ध्याचल की पवित्र धरती पर आस्था की लौ को और प्रज्वलित कर रही है।
