मोहनलालगंज।लखनऊ, मोहनलालगंज विकासखंड के खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) आशुतोष श्रीवास्तव पर कार्रवाई न करने और मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) के आदेशों को भी नजरअंदाज करने के गंभीर आरोप लग रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बीडीओ के पास शिकायत लेकर जाने पर वह सिर्फ आश्वासन देते हैं लेकिन किसी भी मामले में ठोस कार्रवाई नहीं करते।ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत जबरौली का सामने आया है। यहां के शिकायतकर्ता सरजू प्रसाद ने बताया कि उन्होंने गांव के ही अमित तिवारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए 18 अगस्त 2025 को संपूर्ण समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र दिया था। शिकायत में कहा गया था कि अमित तिवारी ने सरकारी नल को कब्जे में लेकर उसमें समरसेबल डाल दिया है और उसका निजी उपयोग कृषि कार्य एवं घरेलू प्रयोजनों के लिए कर रहा है। इसके अलावा गांव में बने सोख्ता गड्ढे को बंद कर दिया गया है और लगभग 55 फीट लंबी सरकारी नाली को पाट दिया गया है।ग्रामीण का आरोप है कि शिकायत दर्ज कराए हुए एक महीने से अधिक हो गया, लेकिन बीडीओ ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। जब उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी से मुलाकात की तो सीडीओ ने खुद फोन कर बीडीओ को कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इसके बावजूद बीडीओ ने मामले को गंभीरता से न लेकर सिर्फ औपचारिकता निभाई। ग्रामीणों का आरोप है कि बीडीओ मौके पर पहुंचे जरूर, लेकिन उन्होंने सरकारी नल को निजीकरण कर दिया और उसमें अपना समरसेबल डलवा दिया। वहीं सोख्ता गड्ढा और सरकारी नाली को अब तक दुरुस्त नहीं कराया गया है।ग्रामीणों का कहना है कि बीडीओ आशुतोष श्रीवास्तव की सुस्त कार्यशैली के कारण विकासखंड मोहनलालगंज में समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा। इसी कारण यहां लोग शिकायत करने से भी बचते हैं, क्योंकि उन्हें भरोसा है कि बीडीओ न तो कोई कार्रवाई करेंगे और न ही समस्या का निस्तारण होगा।ग्रामवासियों ने उच्चाधिकारियों से बीडीओ की कार्यशैली की जांच कराने और जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
