निगोहां।लखनऊ,
धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किए गए गांव के मलखान प्रकरण के बाद बुधवार को विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री विजय प्रताप टीम के साथ निगोहां क्षेत्र के बकतौरी खेड़ा गांव पहुंचे। इस दौरान उन्होंने गांव की महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों से मुलाकात की तथा हिंदुत्व के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया।विजय प्रताप ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार के बहकावे, लालच या प्रलोभन में आकर अपने सनातन धर्म को कतई न छोड़ें। उन्होंने बच्चों से भी जानकारी ली कि गांव में चर्च में होने वाली प्रार्थना सभाओं में कौन-कौन शामिल होता था। इस पर कई बच्चों ने बताया कि गांव के बहुत से लोग वहां जाते थे।
ग्रामीणों के साथ बातचीत के दौरान एक और तथ्य सामने आया कि गांव में एक अन्य प्रार्थना सभा भी होती थी, जिसे मुर्गी फार्म के रूप में छिपाया गया था। मौके पर पहुंचे हिंदू संगठन के पदाधिकारियों ने पाया कि उस भवन के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और दरवाजे पर ताला लटका है। ग्रामीणों का कहना था कि जिस दिन धर्मांतरण कराने वाले आरोपित मलखान को पकड़ा गया था, उसी दिन से उस भवन में भी ताला डाल दिया गया है।विजय प्रताप ने कहा कि ऐसे गुप्त रूप से संचालित हो रही गतिविधियां मिशनरी संगठनों की साजिश का हिस्सा हैं, जो हिंदू समाज को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से एकजुट होकर इन गतिविधियों का विरोध करने का आह्वान किया।गौरतलब है कि निगोहां क्षेत्र के बकतौरी खेड़ा गांव में पुलिस ने धर्मांतरण कराने के आरोप में मलखान को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। आरोप है कि मलखान ने अपने खेत में बने हॉलनुमा मकान को चर्च का रूप दे दिया था और वहां हर रविवार व गुरुवार को प्रार्थना सभाएं आयोजित करता था। इन सभाओं में विशेष रूप से अनुसूचित जाति की महिलाएं और बच्चे शामिल होते थे।
जांच में सामने आया कि मलखान पिछले कई वर्षों से ईसाई धर्म में लोगों को कन्वर्ट करने का काम कर रहा था और खुद भी अपने पूरे परिवार सहित धर्म परिवर्तन कर चुका था। इतना ही नहीं, उसने धर्म परिवर्तन के बाद अपने और अपने परिवार के नाम भी बदल लिए थे।इस संबंध में निगोहां थाना प्रभारी अनुज कुमार तिवारी ने बताया कि “गांव के मलखान के खिलाफ धर्मांतरण कराने का मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा गया है। मामले की जांच की जा रही है और यदि गांव में किसी अन्य छिपी हुई प्रार्थना सभा या अवैध गतिविधियों की पुष्टि होती है, तो उस पर भी कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
